Surjeet Kumar Tag: मुक्तक 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Surjeet Kumar 4 Feb 2022 · 1 min read लकडी जन्म लेत लकड़ी मिले परौड होत है लकड़ी। । वृद्ध होत संग चले हमेशा लकड़ी। अंत चले तो लकड़ी। । संग हमेशा कण कण पकडे। पग पग ये लकड़ी। ।... Hindi · मुक्तक 3 542 Share