सुरेन्द्र 'कर्कश' Language: Hindi 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सुरेन्द्र 'कर्कश' 4 Dec 2022 · 1 min read ग़ज़ल- यार बस दारू पिलाने में लगे हैं हर तरफ़ मेले ज़माने में लगे है इल्म वाले सब गवाने में लगे है दौर ये पहली नज़र के प्यार का है सब यहाँ चेहरा सजाने में लगे हैं तंज़... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · शेर 119 Share सुरेन्द्र 'कर्कश' 17 Apr 2021 · 1 min read मैं सौ सौ इल्तिजा कर लूँ एक शोर दिल-ओ-दिमाग में, सुब्होशाम होता है मैं खाली बैठा हूँ लेकिन, कहाँ आराम होता है मैं सौ-सौ इल्तिजा कर लूँ, मगर कोई नहीं सुनता वो एक गाली देता है,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 263 Share