surenderpal vaidya Tag: सार्द्ध मनोरम छंद 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid surenderpal vaidya 17 Nov 2024 · 1 min read पांव में मुक्तक ~~~ पांव में कांटे तनिक चुभते रहेंगे। किन्तु राही राह में बढ़ते रहेंगे। क्रम यही चलता रहा है जब युगों से। लक्ष्य अपने प्राप्त सब करते रहेंगे। ~~~ फूल... Hindi · मुक्तक · सार्द्ध मनोरम छंद 1 1 19 Share surenderpal vaidya 13 Jun 2024 · 1 min read खिला है गीतिका ~~~ प्यार को आधार सच्चा जब मिला है। हर्ष से मुखड़ा कमल बनकर खिला है। घर पिया के जा रही नव यौवना। पूर्ण होता चाहतों का सिलसिला है। जिस... Hindi · गीतिका · सार्द्ध मनोरम छंद 1 70 Share