surenderpal vaidya Tag: पतझड़ 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid surenderpal vaidya 2 Jan 2024 · 1 min read * पत्ते झड़ते जा रहे * ** कुण्डलिया ** ~~ पत्ते झड़ते जा रहे, सब वृक्षों के खूब। और सूखती जा रही, हरी भरी सी दूब। हरी भरी सी दूब, शीत ने दस्तक दी है। मुरझाए... Hindi · कुण्डलिया · पतझड़ 1 1 187 Share