surenderpal vaidya Tag: छंद सार 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid surenderpal vaidya 6 Jun 2024 · 1 min read कभी कभी गीतिका ~~~ कभी कभी जीवन में अक्सर, धोखा हो जाता है। अहं भाव की निद्रा में जब, मानव भरमाता है। रात दिन जल नदी में बहता, अविरल हर मौसम में।... Hindi · गीतिका · छंद सार · छल फरेब · धोखा 2 82 Share surenderpal vaidya 24 Mar 2024 · 1 min read * फागुन की मस्ती * ** गीतिका ** ~~ सभी दिशाओं में रंगों को, बिखरा जाती होली। फागुन की मस्ती को लेकर, जब भी आती होली। खूब बहाते हैं रंगों को, घोल घोल पानी में।... Hindi · गीतिका · छंद सार · फागुन · होली 1 1 93 Share surenderpal vaidya 19 Mar 2024 · 1 min read * सत्य एक है * ** गीतिका ** ~~ सत्य एक है जिनको ज्ञानी, अलग ढंग से कहते। ज्ञान सिंधु में सब मिल जाता, अविरल बढ़ते बढ़ते। सत्य भावनाओं से ऊपर, रौशन पथ करता है।... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · गीतिका · छंद सार 3 1 118 Share