surender insan Tag: मुक्तक 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid surender insan 11 Dec 2016 · 1 min read "पत्थर" पत्थर के घर में रह के पत्थर दिल बने है लोग अब। थोड़े से पैसो के लिये क़ातिल बने है लोग अब।। करता न पहले जैसा आदर मान अब कोई... Hindi · मुक्तक 1 631 Share