Sûrëkhâ Tag: पिता का अदृश्य प्रेम 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Sûrëkhâ 15 Jun 2023 · 1 min read तो क्या हुआ *तो क्या हुआ* तो क्या हुआ अगर वह मुझे लोरी गाकर नहीं सुनाते । मां डांटे कभी तो वही तो मेरे पक्ष में बोल कर उन्हें समझाते । तो क्या... Poetry Writing Challenge · कविता · जिम्मेदारी · पिता · पिता का अदृश्य प्रेम · माता पिता 3 1 335 Share