Dr. Sunita Singh Tag: ग़ज़ल/गीतिका 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr. Sunita Singh 3 Jun 2022 · 1 min read मन पीर कैसे सहूँ मन पीर कैसे सहूँ ,तुम बिन कैसे रहूँ अब और क्या कहूँ ,खुद कुछ जान लो । तुम्हीं लगते जीवन ,तुम्हीं मेरे प्राणधन माना तुमको सजन ,अब पहचान लो ।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 230 Share Dr. Sunita Singh 2 Jun 2022 · 1 min read ज़रा सी देर में सूरज निकलने वाला है ये झूठ शीध्र ही सच में बदलने वाला है सबूत लेके जो आया वो छलने वाला है ये काली रात अँधेरी है मानती हूँ पर ज़रा सी देर में सूरज... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 288 Share Dr. Sunita Singh 17 May 2022 · 1 min read अब कोई कुरबत नहीं अब किसी को किसी की जरूरत नहीं इसलिए अब दिलों मेंं मुहब्बत नहीं प्यार ईमान की जिसमें हर ईंट हो बनती अब ऐसी कोई इमारत नहीं बाप-बेटे खिंचें एक दूजे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 386 Share Dr. Sunita Singh 12 May 2022 · 1 min read चश्मे-तर जिन्दगी ग़ज़ल एक दूजे से है बे-खबर जिंदगी घूमती फिर रही है नगर जिंदगी बाँध अपने गले में नई फाँस को कर रही पंथियों का बसर जिंदगी रोशनी में नहाई रजत-... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 344 Share Dr. Sunita Singh 24 Mar 2022 · 1 min read मुहब्बत देखिए आप मेरे भले मत हुनर देखिए। रात-दिन की मुहब्बत मगर देखिए। *हुश्ने मतला* मत इधर देखिए मत उधर देखिए। आप तो बस हमे इक नज़र देखिए। आ रही हिचकियाँ रोज़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 137 Share