सुनील कुमार Tag: दोहा 86 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सुनील कुमार 20 Feb 2022 · 1 min read गुरु ज्ञान शहद--- गुरु ज्ञान शहद समाना, खा मूर्ख खोल पिटारा। गुरु महिमा शिष्य बखाना, होवै जग उजियारा।। Hindi · दोहा 1 201 Share सुनील कुमार 19 Feb 2022 · 1 min read गुरु की महिमा अनन्त----- गुरु की महिमा अनन्त है, जग में जानै न कोई। ज्ञान देत विपुल अलौकिक,प्रकाश जगत में होय।। Hindi · दोहा 1 225 Share सुनील कुमार 19 Feb 2022 · 1 min read हरि से गुरु तुम्हीं होऊ--- हरि से गुरु तुम्हीं होऊ , तुमसे न कोई महान। शीश धरि गुरु चरनन में, करत शिष्य प्रणाम।। #गुरु महिमा Hindi · दोहा 1 325 Share सुनील कुमार 29 Nov 2021 · 1 min read नारी माता राम की---- नारी माता राम की, सबकी जननी नारि।। दोनों को तुम पूजिये, दुख भटकेगा नाहि।। Hindi · दोहा 1 137 Share सुनील कुमार 23 Nov 2021 · 1 min read पत्ते पर जब पानी पड़ा---- पत्ते पर जब पानी पड़ा, पानी मोती होय। आत्मा बीच हरि बैठा, मानुष देख ना पाय।। Hindi · दोहा 1 270 Share सुनील कुमार 21 Nov 2021 · 1 min read ईंट जोड़ि जैसे घर बना----- ईंट जोड़ि जैसे घर बना, वैसे पंचतत्व का शरीर। जिसमें बैठा हरि बिराजे, करत जगत उजियार।। Hindi · दोहा 1 181 Share सुनील कुमार 16 Nov 2021 · 1 min read अल्लाह-राम दोनों एक हैं---- अल्लाह-राम दोनों एक हैं, काहें रहा अलगाय। एक तरफ है मंदिर बना, दूजे मस्जिद बनाय।। Hindi · दोहा 1 141 Share सुनील कुमार 5 Nov 2021 · 1 min read सब जन में है हरि बसा----- सब जन में है हरि बसा, अपना हृदय टलोल। त्रिवेणी धारा प्रवाहित, आगे मिली गंगा एक।। Hindi · दोहा 1 152 Share सुनील कुमार 2 Nov 2021 · 1 min read सुख-दुख दोनों एक सा--- सुख-दुख दोनों एक सा, दुख काहे बिसराई। दुख में सुख को खोजिये, सुख होवेगा तोई।। Hindi · दोहा 1 191 Share सुनील कुमार 2 Nov 2021 · 1 min read राम-रहीम को बाँटि कै--- राम-रहीम को बाँटि कै, लीन्हा जाति बनाई। नहर-कुलाबा खोदि कै, खेत को रहा सिचाई।। Hindi · दोहा 1 162 Share सुनील कुमार 2 Nov 2021 · 1 min read सीप में मोती चमक रहा---- सीप में मोती चमक रहा, जग देखत है नाहि। हृदय मध्य में है हरि बैठा, जो खोजे सो पाहि।। Hindi · दोहा 1 471 Share सुनील कुमार 2 Nov 2021 · 1 min read भाग्य खाने को न दे सकै----- भाग्य खाने को न दे सकै, इसकी न कोई जाति। करम की अंजलि खोलिए, भाग्य तुम्हारे हाथ।। Hindi · दोहा 1 293 Share सुनील कुमार 2 Nov 2021 · 1 min read पुष्प चढ़ाए ज्यौं हरि मिलै---- पुष्प चढ़ाए ज्यौं हरि मिलै, ताहि चढ़ाऊं हार। तोसो श्रेष्ठ अन्न भली भली, काटि खाये संसार।। Hindi · दोहा 1 197 Share सुनील कुमार 22 Oct 2021 · 1 min read माया काया कुछ नही---- माया काया कुछ नही, जपि लै प्रभु का नाम। साथ तेरे कुछ न जावेगा, छूटेगा ज्यौं तेरे प्रान।। Hindi · दोहा 1 259 Share सुनील कुमार 22 Oct 2021 · 1 min read कटु वचन बहु बोल कर--- कटु वचन बहु बोल कर, मान गिरावै सोई। शिशु जने जस वृश्चिका, रोवै पांव पसारि।। Hindi · दोहा 1 206 Share सुनील कुमार 22 Oct 2021 · 1 min read राम नाम तू जपि रहा---- राम नाम तू जपि रहा, राम मिलत है नाहि। अंधन आगे रोइ रहा, राम हृदय में ताहि।। Hindi · दोहा 1 426 Share सुनील कुमार 22 Oct 2021 · 1 min read दीन की सेवा कर प्यारे---- दीन की सेवा कर प्यारे, ले लो पुण्य कमाय। तन धोवै कुछ ना मिलै, लाख त्रिवेणी नहाय।। Hindi · दोहा 1 154 Share सुनील कुमार 22 Oct 2021 · 1 min read नाव कबहुँ गाड़ी चढ़ै---- नाव कबहुँ गाड़ी चढ़ै, गाड़ी कबहुँ नाव। तू हरि को संवार दे, हरि संवारेगा तोय।। Hindi · दोहा 1 213 Share सुनील कुमार 22 Oct 2021 · 1 min read ईर्ष्या-द्वेष बहुधा किया---- ईर्ष्या-द्वेष बहुधा किया, कर मानुष प्रेम-दुलार। दुख सारा मिट जाएगा, सम्मुख सारा संसार।। Hindi · दोहा 1 218 Share सुनील कुमार 22 Oct 2021 · 1 min read नारी का सम्मान कर---- नारी का सम्मान कर, मत करो अपमान। ज्यौं नारी अपमान होई, होवै जग श्मशान।। Hindi · दोहा 235 Share सुनील कुमार 22 Oct 2021 · 1 min read नारि होवें जगदायिनी---- नारि होवें जगदायिनी ,मातृत्व जिसकी महान। माता-बहन सा देखिए, मिलै समृद्धि-सम्मान।। Hindi · दोहा 1 206 Share सुनील कुमार 22 Oct 2021 · 1 min read घर की मर्यादा नारि से----- घर की मर्यादा नारि से, मेरी मर्यादा नारि। वात्सल्य की प्रत्यक्ष रूप है, मान बढ़ावै अपार।। Hindi · दोहा 1 202 Share सुनील कुमार 22 Oct 2021 · 1 min read लज्जा काया नारि की--- लज्जा काया नारि की, शीलप्रिय ज्यौं नारि। सृष्टि की करती है सर्जना, प्रकृति की उपकार।। Hindi · दोहा 1 182 Share सुनील कुमार 13 Oct 2021 · 1 min read मलिन हुआ प्रभु जग तेरा---- मलिन हुआ प्रभु जग तेरा, कोई-केहू का नाहि। मात-पिता को खाट नही, सुत सोय रहा अटारि।। Hindi · दोहा 2 2 232 Share सुनील कुमार 13 Oct 2021 · 1 min read हिय में जब तक मैं रहा--- हिय में जब तक मैं रहा, दीपक नही दिखाई। मैं को हिय से निकालिया, हरि हिय-मध्य मुस्काई।। Hindi · दोहा 2 204 Share सुनील कुमार 13 Oct 2021 · 1 min read धरम-धरम चिल्लाई रहा----- धरम-धरम चिल्लाई रहा, धरम न जानै कोय। जामें मानुष का प्रेम भरा, साँच धरम सो होय।। Hindi · दोहा 2 4 218 Share सुनील कुमार 13 Oct 2021 · 1 min read कामी लोभी ना करै---- कामी लोभी ना करै, सुमिरन करै फकीर। कोयल शिशु जनमिया, पालै काग अमीर।। Hindi · दोहा 1 468 Share सुनील कुमार 13 Oct 2021 · 1 min read हरि जग में अब ना रहा------ हरि जग में अब ना रहा, असि मानुष की भूल। चारु फल सँवारि रहा, जस गूलर का फूल।। Hindi · दोहा 1 189 Share सुनील कुमार 13 Oct 2021 · 1 min read मधुप पराग चूस कर---- मधुप पराग चूस कर, अमृय लिया बनाय। मधुर फलों से वृक्ष लदे, मानुष तोड़ के खाय।। Hindi · दोहा 1 210 Share सुनील कुमार 13 Oct 2021 · 1 min read बोया पेड़ खजूर का---- बोया पेड़ खजूर का, छाया कहाँ से होय। पाप की गठरी भरि रहा, पुण्य प्राप्त कहाँ से होय।। Hindi · दोहा 1 258 Share सुनील कुमार 13 Oct 2021 · 1 min read तिनका-तिनका जोड़ि कै---- तिनका-तिनका जोड़ि कै, खोता लिया बनाय। जैसे शिशु जनमिया, सारिका दूर हो जाय।। Hindi · दोहा 1 191 Share सुनील कुमार 13 Oct 2021 · 1 min read जात-पात में क्या रखा---- जात-पात में क्या रखा, काया सबकी एक। यथा त्रिवेणी धारा बहै, आगे गंगा एक।। Hindi · दोहा 1 194 Share सुनील कुमार 13 Oct 2021 · 1 min read गुरु ज्ञान है बाँटि रहा---- गुरु ज्ञान है बाँटि रहा, मूरख समझै नाहि। समक्ष भैस के बीन बजावै, सो खड़ी रहै पगुराई।। Hindi · दोहा 1 404 Share सुनील कुमार 11 Oct 2021 · 1 min read प्रभु !प्रिया तुम्हे पुकारि रहै---- प्रभु !प्रिया तुम्हे पुकारि रहै, आ जाओ मेरे पास। ब्याह रचाऊँ साथ तुम्हारे, जाऊँ तुम्हारे साथ।। Hindi · दोहा 2 2 196 Share सुनील कुमार 11 Oct 2021 · 1 min read दिन उबरत ना प्रभु बिना---- दिन उबरत ना प्रभु बिना, प्रिया कर रही विलाप। साथ तुम्हारे जाना है, छूटै सब जंजाल।। Hindi · दोहा 2 248 Share सुनील कुमार 11 Oct 2021 · 1 min read पिया-पिया मैं रट रही---- पिया-पिया मैं रट रही, प्रिय आवत हैं नाहि। दूर हुए हैं बहुत दिनों से,दिन बिसरत हैं नाहि।। Hindi · दोहा 1 510 Share सुनील कुमार 9 Oct 2021 · 1 min read हरि सदृश प्रिया ज्यौं मिले---- हरि सदृश प्रिया ज्यौं मिले, लेऊँ में ब्याह रचाई। अपना हिय में बैठा लूँ, जनम सफल होई जाई।। Hindi · दोहा 1 194 Share सुनील कुमार 9 Oct 2021 · 1 min read सब में एकहि लहू बहै---- सब में एकहि लहू बहै, जस नदियन कै नीर। राम-रहीम को न बांटिऐ, बांध कोई जंजीर।। Hindi · दोहा 1 269 Share सुनील कुमार 9 Oct 2021 · 1 min read खाली हाथ सब आये हैं------ खाली हाथ सब आये हैं, किया न मानुष सत्कार। सब यही छूट जाएगा, जाना है हाथ पसार।। Hindi · दोहा 1 381 Share सुनील कुमार 9 Oct 2021 · 1 min read साधु सुमिरन है करि रहा------ साधु सुमिरन है करि रहा, मनवा करै विचार। नाव घाट से छूटि रहा, ताहि लगावौ पार।। Hindi · दोहा 1 233 Share सुनील कुमार 9 Oct 2021 · 1 min read पाप की मटकी भर गई------ पाप की मटकी भर गई, काल सम्मुख बुलाई। दीपक पास नाचि रहा, पतंग जरि-मरि जाई।। Hindi · दोहा 1 235 Share सुनील कुमार 9 Oct 2021 · 1 min read काया मलि-मलि धुलि रहा----- काया मलि-मलि धुलि रहा, साबुन लेप लगाई। मीन जल में ही वास करै, गन्ध कबहुँ न जाई।। Hindi · दोहा 1 178 Share सुनील कुमार 9 Oct 2021 · 1 min read चिड़िया बैठी डाल पर---- चिड़िया बैठी डाल पर, खोता लिया बनाई। आंधी चला जब जोर की, बसेरा दिया उजारि।। Hindi · दोहा 1 454 Share सुनील कुमार 8 Oct 2021 · 1 min read पिय सा सुन्दर कोई ना------ पिय सा सुन्दर कोई ना, देखौं हिय में ताक। सदा पास जाकै रहूँ, मोहि ना कोई आस। #आत्मा/परमात्मा Hindi · दोहा 2 242 Share सुनील कुमार 8 Oct 2021 · 1 min read पिय मोहे भवन पधारिया---- पिय मोहे भवन पधारिया, हिय-पट रही लिपाई। साथ चली मैं जाऊंगी सखि, मायका सुधि बिसराई।। #आत्मा/परमात्मा Hindi · दोहा 2 385 Share सुनील कुमार 8 Oct 2021 · 1 min read काया कै कोई मोल ना----- काया कै कोई मोल ना, जस मदार कै फूल। संग पवन कै उड़ि रहा, बनकर माटी धूल।। Hindi · दोहा 2 354 Share सुनील कुमार 8 Oct 2021 · 1 min read डाली-डाली कली खिली--- डाली-डाली कली खिली, ज्यौं प्रसून बन जाय। भ्रमर पराग आस्वादन कर, देवै शहद बनाय।। Hindi · दोहा 2 420 Share सुनील कुमार 8 Oct 2021 · 1 min read शीतल सुगन्ध बिखेर रहा----- शीतल सुगन्ध बिखेर रहा, चंदन सर्प लिपटाई। कस्तूरी हृदय मध्य बसे,मृग खोजे अकुलाई।। Hindi · दोहा 2 179 Share सुनील कुमार 8 Oct 2021 · 1 min read जब पिय थे मैं ना रही---- जब पिय थे मैं ना रही, अब पिय हैं मैं नाहि। सब अंधियारा मिट गयो, पिय देखूं जब ताहि।। Hindi · दोहा 1 2 217 Share सुनील कुमार 8 Oct 2021 · 1 min read पिय वियोग बहु सह लिया----- पिय वियोग बहु सह लिया, दूरी अब ना सहाई। मोहि सन्देशा भेज दिया, साथ मोहि लै जाई।। Hindi · दोहा 1 226 Share Page 1 Next