सुशील कुमार सिंह "प्रभात" Tag: शेर 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid सुशील कुमार सिंह "प्रभात" 8 Jan 2023 · 1 min read वो सपने सलोने, वो हंसी के फुहारे। वो गेसुओं का झटकना वो सपने सलोने, वो हंसी के फुहारे। वो गेसुओं का झटकना, यूं चलना मटकना। कहो ना कहां रिश्क है, कमबख्त इश्क है।। स्वरचित:-सुशील कुमार सिंह "प्रभात" Hindi · शेर 1 524 Share