Srishty Bansal Tag: दुःख भरी दास्तां 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Srishty Bansal 10 Jun 2023 · 1 min read छोड़ दिया ज़ख्म क्या है,दिखाना छोड़ दिया। गम क्या है,बताना छोड़ दिया। आँखें नम हैं,जताना छोड़ दिया। मुस्कुराहटें कायम हैं,दिल ने इतना तोड़ दिया। ✍️सृष्टि बंसल Poetry Writing Challenge · Heartbrokenshayari · Sad · दुःख भरी दास्तां 268 Share