Satish Srijan Tag: ग़ज़ल 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Satish Srijan 23 Jan 2024 · 1 min read पुश्तैनी दौलत कमाते कैसे हैं करके कोशिश, उन्हें पता करते जो मसक्कत। मिली पुश्तैनी हो दौलत उनका, गुरूर सर चढ़ के बोलता है। उन्हें खबर क्या है भाव कितना, नमक तेल आटा... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 1 205 Share Satish Srijan 26 Oct 2023 · 1 min read पुश्तैनी दौलत कमाते कैसे हैं करके कोशिश, उन्हें पता करते जो मसक्कत। मिली पुश्तैनी हो दौलत उनका, गुरूर सर चढ़ के बोलता है। उन्हें खबर क्या है भाव कितना, नमक तेल आटा... Hindi · ग़ज़ल 1 243 Share