Sonam Puneet Dubey Tag: कविता 36 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sonam Puneet Dubey 23 Nov 2024 · 1 min read कौन है वो कौन है वो?? हर रोज़ दिखती है लुकाछिपी खेलती है मेरी दुश्मनी है उसके साथ फ़िर भी वो घर आ जाती है अपना ही घर मानती है मुझे हर बार... Hindi · कविता 2 12 Share Sonam Puneet Dubey 30 Aug 2024 · 1 min read विषय – आत्मविश्वास और आत्ममुग्धता में अंतर विषय – आत्मविश्वास और आत्ममुग्धता में अंतर अगर तुम्हें लगता है कि तुम ही श्रेष्ठ हो जगत में अगर तुम्हें लगता है कि इस दुनियां में तुम्हारे जैसा दूसरा कोई... Hindi · कविता 34 Share Sonam Puneet Dubey 11 Aug 2024 · 1 min read यह लड़ाई है यह लड़ाई है विचारों की सभ्यता और संस्कारों की न्याय और अन्याय की हिंसा और अहिंसा की हार और जीत की सत्य और असत्य की मर्यादा और अमर्यादा की संतों... Hindi · कविता · यह लड़ाई है 2 83 Share Sonam Puneet Dubey 11 Aug 2024 · 1 min read नि: शब्द अगर इंसान भगवान बन जाएं मुसीबत की हर घड़ी में हर सुख या दुःख में तो कोई मंदिर के द्वार नहीं जाएगा लेकिन इंसान ऐसा करते नहीं किसी के सुख... Hindi · कविता 1 68 Share Sonam Puneet Dubey 7 Aug 2024 · 1 min read शीर्षक – सावन आया है शीर्षक – सावन आया है वो दौड़ा आया है मैंने उसे बुलाया है मेरी आवाज़ सुन के देखो वो मुझसे मिलने आया है प्रेम नहीं है प्रीत नहीं है दिल... Hindi · कविता 2 63 Share Sonam Puneet Dubey 25 Jul 2024 · 2 min read शीर्षक – वो कुछ नहीं करती हैं शीर्षक – वो कुछ नहीं करती हैं अभी तक तो लोग कहते थे अब वो कहती हैं कि "मैं कुछ नहीं करती हूं" क्योंकि मैं गृहणी हूं लेकिन कुछ नहीं... Hindi · कविता 5 34 Share Sonam Puneet Dubey 24 Jul 2024 · 1 min read शीर्षक – #जीवनकेख़राबपन्ने शीर्षक – #जीवनकेख़राबपन्ने जब कभी किसी क़िताब के ख़राब पन्नों को निकालते हैं तब अच्छे पन्नों का अस्तित्व अपने आप खो जाता है उसी तरह जीवन के न जानें कितने... Hindi · कविता · कोटेशन 3 53 Share Sonam Puneet Dubey 16 Jul 2024 · 2 min read एक दिया उम्मीदों का शीर्षक – एक दिया उम्मीदों का टूट रहा है कोई है ये वही जिसका कोई नहीं है अभी धीरे धीरे से वो टूट रहा है हर दम मरा हुआ है... Hindi · कविता · कहानी · कोटेशन · लघु कथा · लेख 7 1 85 Share Sonam Puneet Dubey 26 Jun 2024 · 3 min read वो कौन थी जो बारिश में भींग रही थी रात्रि का समय था मुझे नींद नहीं आ रही थी मैं बालकनी में बाहर खड़ी थी बारिश देख रही थी मैं तो रात भर जागती हूं लिखने में व्यस्त रहती... Hindi · कविता · कहानी · लघु कथा 3 5 73 Share Sonam Puneet Dubey 22 Jun 2024 · 1 min read बादल लगते कितने प्यारे हो बादल लगते कितने प्यारे हो बादल लगते कितने प्यारे हो मेरे मन को भाते हो आकाश में देखूं जब भी मैं बादलों को अनगिनत आकृतियों में नज़र आते हो मन... Hindi · कविता 39 Share Sonam Puneet Dubey 22 Jun 2024 · 3 min read अन्याय करने से ज्यादा अन्याय सहना बुरा है शीर्षक– अन्याय करने से ज्यादा अन्याय सहना बुरा है ए वक्त तू तो गुजर चुका है सालों सालों के अंतराल में तू फिर गुजरेगा तू गुजरता जायेगा सदियों सदियों के... Hindi · अन्याय सहना बुरा है · कविता · लघु कथा · संस्मरण 65 Share Sonam Puneet Dubey 17 Jun 2024 · 1 min read जो प्राप्त है वो पर्याप्त है जो पास हैं वो ख़ास नहीं जो ख़ास हैं वो पास नहीं जो अपने हैं वो पराए हैं जो पराए हैं वो अपने हैं जो मिला है वो ज्यादा नहीं... Hindi · कविता · कोटेशन · जो मिला है वो बेहतर है 1 89 Share Sonam Puneet Dubey 12 Jun 2024 · 2 min read गृहणी शीर्षक – गृहणी तुम बहुत ही सुंदर हो हां लेकिन अब पहले जैसी नहीं हो घर की जिम्मेदारियों ने घेर रखा है तुम्हें एक कमरे को सजाने में उलझी हो... Hindi · कविता 1 77 Share Sonam Puneet Dubey 10 Jun 2024 · 2 min read आज़ के पिता आज़ के पिता यह कहानी बदलाव की है पितृ प्रधान समाज की है कल जहां पिता पुत्र को चाहते थे, मांगते थे, बेटियों के अस्तित्व को नकारते थे आज़ वही... Hindi · कविता 1 89 Share Sonam Puneet Dubey 4 Jun 2024 · 1 min read तुझसे लिपटी बेड़ियां स्त्री तेरे पैरों में ही क्यों बेड़ियां हैं सोने चांदी की हों या लोहे तांबे की हों बेड़ियां तो बेड़ियां हैं इन बेड़ियों ने तुम्हें सदियों से संस्कारों में कैद... Hindi · कविता · कोटेशन · बेड़ियां 3 1 117 Share Sonam Puneet Dubey 4 Jun 2024 · 1 min read शीर्षक – मन मस्तिष्क का द्वंद शीर्षक – मन मस्तिष्क का द्वंद कुछ लिखने को मेरा जी तो कर रहा है लेकिन दिल मेरा कुछ और चाह रहा है मन मस्तिष्क के द्वंद में उलझा मेरा... Hindi · कविता · कोटेशन · द्वंद 2 101 Share Sonam Puneet Dubey 12 May 2024 · 1 min read शीर्षक – मां शीर्षक – मां मां कहां गई है तू मां क्यों खो गई है तू मुझसे मिलने कब आएगी मां मां क्या मुझे भी अपने साथ ले जाएगी जिस दुनियां में... Hindi · Maa · कविता · कोटेशन · मां 3 116 Share Sonam Puneet Dubey 11 May 2024 · 1 min read मां मां कहां गई है तू मां क्यों खो गई है तू मुझसे मिलने कब आएगी मां मां क्या मुझे भी अपने साथ ले जाएगी जिस दुनियां में रहती है तू... Hindi · कविता · मां 2 2 106 Share Sonam Puneet Dubey 7 May 2024 · 2 min read मेरे हमसफ़र मेरे हमसफ़र आख़िरी सफ़र तक साथ साथ चलना, साथ ही मेरे रहना प्यार और विश्वास की डोर को मजबूती और विश्वास से थामें रखना भूल हो जाए तुमसे या मुझसे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · मेरे हमसफ़र 4 2 134 Share Sonam Puneet Dubey 7 May 2024 · 2 min read प्रकृति से हमें जो भी मिला है हमनें पूजा है प्रकृति से हमें जो भी मिला है हमने उसकी पूजा की है कण कण में भगवान को ढूंढा है हर कण को हमने पूजा है तिनके तिनके पत्तों से लेकर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · प्रकृति से हमें जो भी मिला है 3 122 Share Sonam Puneet Dubey 7 May 2024 · 1 min read कलियुग की सीता कलियुग में सीता बनोगी, रावण उठा ले जायेगा दुर्गा बनो तुम कलियुग में, महिषासुर भी भय खायेगा सीता बनो अपने राम के लिए, कालिका बनो समाज के लिए रावण निकट... Poetry Writing Challenge-3 · कलियुग की सीता · कविता 1 111 Share Sonam Puneet Dubey 7 May 2024 · 1 min read उसे आज़ का अर्जुन होना चाहिए उसे आज़ का अर्जुन होना चाहिए जीवन में एक दोस्त होना चाहिए लड़का हो या लड़की, हर सुख दुःख में साथ होना चाहिए अपनें दूर खड़े हों, मुश्किलों से मुश्किलों... Poetry Writing Challenge-3 · उसे आज़ का अर्जुन होना चाहिए · कविता 2 1 99 Share Sonam Puneet Dubey 7 May 2024 · 1 min read शीर्षक – निर्णय भीड़ में खड़े होकर देखना कभी ख़ुद को आईना देखने की ज़रूरत फिर नहीं होगी तुम अकेले में कोई भी हों राजा या रंक हों गरीब या अमीर हों छोटे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · निर्णय 1 117 Share Sonam Puneet Dubey 7 May 2024 · 1 min read चलो हम सब मतदान करें चलो हम सब मतदान करें अपनी सरकार चुनें देश का मान बढ़ाएं अपनी शान बढ़ाएं चलो निकलो घर से हो कोई भी जाति या धरम से मिलकर एक पंक्ति में... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · चलो हम सब मतदान करें · मतदान महादान · वोट करो 1 90 Share Sonam Puneet Dubey 7 May 2024 · 2 min read हां मैंने ख़ुद से दोस्ती की है हां मैंने जाना है ख़ुद को ख़ुद से बेहतर जब भी आंसुओं ने मेरे चेहरे पर निशान किए हैं तब मैंने अपनें हाथों उन निशानों को प्रेम से मिटाया है... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · दोस्ती ख़ुद से · हां मैंने ख़ुद से दोस्ती की है 2 89 Share Sonam Puneet Dubey 7 May 2024 · 1 min read शीर्षक – फूलों सा महकना फूलों सा महकना, सूरज जैसा जलना तारे बन आकाश में, टिमटिमाते रहना चंद्रमा बन, चांदनी बिखेरते रहना पक्षी बन गगन छूना, छू लेना आसमान मौन होकर ऋषियों जैसा समझ लेना... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · फूलों सा महकना 2 2 150 Share Sonam Puneet Dubey 7 May 2024 · 1 min read शीर्षक – ऐ बहती हवाएं ऐ बहती हवाएं ज़रा मंजिल का पता देती जाएं यूं कठोर होकर बहने वाली हवाएं जरा उसके चेहरे पर गौर तो करतीं काश! तुम्हें मालूम होता, दर्द उसके चेहरे से... Poetry Writing Challenge-3 · ए बहती हवाएं · कविता 2 1 81 Share Sonam Puneet Dubey 7 May 2024 · 1 min read शीर्षक – फूलों के सतरंगी आंचल तले, इन फूलों के मलमल आंचल से लिपट जाऊं मैं..... इन फूलों की खुशबू में बिखर जाऊं मैं.... इन फूलों की सुंदरता में कहीं खो जाऊं मैं... इन फूलों की ,सतरंगी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · फूलों के सतरंगी आंचल तले 1 101 Share Sonam Puneet Dubey 6 May 2024 · 1 min read नेह ( प्रेम, प्रीति, ). कैसा तेरा नेह प्रिय रुलाए तू आंसू हम ही पोंछे प्रिय कैसा तेरा नेह प्रिय, ज़ख्म दे तू मरहम हम ही लगातें बैठे प्रिय कैसा तेरा नेह प्रिय, मैं रूठ... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · नेह अर्थात् प्रेम 3 95 Share Sonam Puneet Dubey 6 May 2024 · 2 min read नारी हो कमज़ोर नहीं माताओं और बहनों को साथ आना चाहिए नारी हो नारी के प्रति सम्मान होना चाहिए अश्लीलता का सरेआम बहिस्कार करना चाहिए अब उन्हें ये तय करना होगा कि उन्हें जीवन... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · नारी हो कमज़ोर नहीं 1 82 Share Sonam Puneet Dubey 6 May 2024 · 2 min read मज़दूर दिवस विशेष शमशान के पीछे की भूमि सूनी पड़ी थी लेकिन अब वहां चहल पहल हो रही थी शायद एक नया निर्माण होनें को था इसीलिए मजदूरों की झोपड़ियां किनारे पर बनने... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · मज़दूर दिवस विशेष 1 87 Share Sonam Puneet Dubey 6 May 2024 · 1 min read ज़िम्मेदार कौन है?? कभी जान थी इनमें भी थीं मनमोहक सुंदर सी छवि इन फूलों पत्तों में बसती थी जान कभी आज मुरझाईं है कलियां इनकी कल तक थीं जो खिली खिली कल... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ज़िम्मेदार कौन है 1 125 Share Sonam Puneet Dubey 6 May 2024 · 1 min read ख़ुद के प्रति कुछ कर्तव्य होने चाहिए मान सम्मान खुद के प्रति प्रबल मजबूत होना चाहिए अभिमान नहीं खुद पर लेकिन स्वाभिमान होना चाहिए अपमान किसी का करना नहीं चाहिए और अपमान सहना भी नहीं चाहिए ज़िंदगी... Poetry Writing Challenge-3 · कर्तव्य · कर्तव्य होने चाहिए · कविता · खुद के प्रति कर्तव्य 92 Share Sonam Puneet Dubey 6 May 2024 · 1 min read मुश्किलें जीवन में चाहें कितनी भी मुश्किलें आएं कठिन से कठिन मुश्किलें ही क्यों न आएं हर मुश्किल को सरलता से पार लगाना है, मुश्किलों से न डरना है न घबराना... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · मुश्किलें 1 90 Share Sonam Puneet Dubey 6 May 2024 · 2 min read रिश्ते बचाएं पति पत्नी के पावन रिश्तों को समझें रिश्ता जुड़ गया है तो इस बात को समझें रिश्ते मन वचन और कर्म से निभाएं अन्यथा रिश्ते न बनाएं रिश्ता होने से... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · रिश्ते बचाएं 1 88 Share Sonam Puneet Dubey 4 May 2024 · 2 min read शीर्षक – वेदना फूलों की खूबसूरत फूलों के बाग में एक दिन एक माली आया रोज़ की तरह आया इस बार उसने एक नन्हें फूल को तोड़ना चाहा नन्हें फूल ने कहा रुको...... अभी मुझे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · फूल · फूलों की वेदना · वेदना 4 258 Share