Musafir 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Musafir 29 Nov 2022 · 1 min read हैं कूदरत की बेरुखी या किसी अनजान की है साजिश...या हमारे दिल में छुपा केवल एक ड हैं कूदरत की बेरुखी या किसी अनजान की है साजिश...या हमारे दिल में छुपा केवल एक डर जिसने दबा रखी है हमारी ख्वाहिशें बरसों से! जिंदगी हर पल गुलजार होना... Hindi 3 106 Share