राहुल द्विवेदी 'स्मित' Tag: सार छंद 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid राहुल द्विवेदी 'स्मित' 14 May 2023 · 1 min read सूरज बन सकता है यहीं शाश्वत सत्य, भला कब हीरा खुद को जाने । उसकी प्रतिभा केवल उसका, धारक ही पहचाने । तुलसी सूर कबीर जन्म से, कवि तो नहीं हुए थे । किन्तु... Poetry Writing Challenge · सार छंद 82 Share