सन्तोष कुमार विश्वकर्मा 'सूर्य' Tag: कुण्डलिया 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सन्तोष कुमार विश्वकर्मा 'सूर्य' 12 Feb 2022 · 1 min read नेता बरसाती बरसाती मेंढक बने, नेता सारे आज। सर पर चढ़ा चुनाव तो, लगा रहे आवाज। लगा रहे आवाज, करें सब झूठे वादे। कब रखते ये लोग, कभी भी नेक इरादे। कहें... Hindi · कुण्डलिया 444 Share सन्तोष कुमार विश्वकर्मा 'सूर्य' 12 Feb 2022 · 1 min read मुश्किल जीना हाय, यहाँ पर जो है निर्बल निर्बल पर चलता सदा, सामर्थी का जोर। जायज है उसके लिए, गलत सही सब ओर। गलत सही सब ओर, सदा करता मनमानी। हाँ करते सब लोग, कहे यदि पय को... Hindi · कुण्डलिया 233 Share सन्तोष कुमार विश्वकर्मा 'सूर्य' 1 Sep 2021 · 1 min read भाई बहन रिक्त उदर निज हो भले, कैसा यह अनुराग। भाई के हित में सदा, बहन करे परित्याग। बहन करे परित्याग, खिलाती मुख में भोजन। अद्भुत है यह दृश्य, सुपावन प्रेम प्रयोजन।... Hindi · कुण्डलिया 386 Share सन्तोष कुमार विश्वकर्मा 'सूर्य' 10 Aug 2021 · 1 min read रंजिश रंजिश मत रखिए कभी, आपस में ऐ मीत। जबतक धड़कन जान है, करते रहिए प्रीत। करते रहिए प्रीत, सदा सुखमय जीवन हो। दूर रहेगा रोग, निरोग सदा तन-मन हो। कहें... Hindi · कुण्डलिया 334 Share सन्तोष कुमार विश्वकर्मा 'सूर्य' 14 Jul 2021 · 1 min read वाह जी अब क्या कहने कहने को सब ने कहा, समझ न पाए लोग। आज भयानक हो गया, जनसंख्या का रोग। जनसंख्या का रोग, मिटाना अब है भारी। साधन रिक्त समाज, आज की है बीमारी।... Hindi · कुण्डलिया 240 Share