शालिनी सिंह 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid शालिनी सिंह 27 Mar 2017 · 1 min read मैं और तुम मैं तुझ से हूँ तु भी है मुझ से क्यूँ बीच लकीर खींच हम खड़े क्यूँ फिर रंजिश के दौर चले ज़रूरत है तुझे मेरी क्या इस बात से ख़फ़ा... Hindi · कविता 566 Share शालिनी सिंह 28 Feb 2017 · 1 min read कैसी आज़ादी यह कैसी आज़ादी माँग रहे यह कैसी आज़ादी का नारा है एक 'सोच' की ग़ुलाम है जुबां तुम्हारी उसी पे आज़ादी का नारा है न जाने कितनों ने हँस कर... Hindi · कविता 2 453 Share शालिनी सिंह 1 Feb 2017 · 6 min read सच कहा आपने..........यादव जी! अरे सच कहने पर भला आप माफ़ी क्यों माँगे शरद यादव जी? बिना शर्मिंदगी महसूस करे डटे रहिये आप अपने बयान पर! भले ही कितनी महिला संस्थायें आपको लज्जित कर... Hindi · लेख 463 Share शालिनी सिंह 1 Feb 2017 · 1 min read इस बसन्त इस बसन्त बीत जाये ठिठुरन रिश्तों की मन का भ्रमर पूछे फिर अनुराग का पता फूल खिले चहूँ ओर विश्वास के सन्देह की बर्फ़ अब कुछ पिघलें ज़रा मादक हवा... Hindi · कविता 609 Share शालिनी सिंह 27 Jan 2017 · 1 min read कब तक कभी सती बना चिता में जला दिया कभी जौहर के कुंड मे कूदा दिया छीन ली साँसें कोख में ही कभी कभी आँख खुलते ही सुला दिया छीनकर नन्हें हाथों... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 2k Share