Shyam Pandey Language: Hindi 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shyam Pandey 25 May 2023 · 1 min read कुछ तो अच्छा छोड़ कर जाओ आप बहुतों ने माएँ खोई, बहुतों ने खोये बाप, बहुतों के लाल के गए बहुतों का पूरा परिवार, वक़्त मिले तो साथ रहो, प्यार करो और प्यार ही बांटो जो गुजर... Poetry Writing Challenge · कविता 4 258 Share Shyam Pandey 25 May 2023 · 1 min read शुरुआत जरूरी है मंजिल मिले या हार ये बाद में तय होगा, ठहरे रहे बहुत, अब प्रस्थान जरूरी है.. जो होगा सो होगा अंजाम, मगर आगाज जरूरी है..! कुछ भी नहीं असंभव बस... Poetry Writing Challenge 1 181 Share Shyam Pandey 14 May 2023 · 1 min read मैं और तुम-कविता .मैं और तुम हर सुबह पत्तों पर चमकती ओस हो तुम, हर मास का अंजोर पाख हो तुम। तुम होली, दीवाली और दशहरा और ईद का उगता चाँद हो तुम।।... Poetry Writing Challenge 202 Share Shyam Pandey 14 May 2023 · 1 min read अफसोस-कविता अफसोस होगा तुम्हे, यह जान कर कि ऐसे भी जीते हैं लोग बिना संसाधनों के, भूखे और प्यासे भी। मजबूर अपनी मजबूरियों पर, रोते और बिलखते भी l शहर से... Poetry Writing Challenge 140 Share Shyam Pandey 14 May 2023 · 1 min read दंगा पीड़ित कविता दंगापीड़ित इनका भी था ,इक सपना , कि समाज से ,इन्हे भी प्यार मिले... पर मिली इन्हे दुश्वारियाँ, और ईर्ष्या के घाव मिले... पल रहे हैं शिवरों में जो देश... Poetry Writing Challenge 141 Share Shyam Pandey 14 May 2023 · 2 min read वो दो साल जिंदगी के (2010-2012) ओ छोटा शहर पर जगह बडी, फैजाबाद की हनुमान गढी,, वहीं शान्ति और शुकूं से विलग कौतुहलयुक्त अपना बसेरा,, 'ओ दो साल जिन्दगी के.... कुछ कुशलताऎं थी गढनी बाकी, 'वही... Poetry Writing Challenge 128 Share Shyam Pandey 14 May 2023 · 1 min read स्थायित्व कविता ब्रह्मांड का हर कण दूसरे कण को आकर्षित अथवा प्रतिकर्षित करता रहता है सतत.. ताप,दाब और सम्बेदनाओं से प्रभावित टूटता-जुड़ता हुआ नये रूप अथवा आकर के लिए लालायित.. अस्तिथिर होकर... Poetry Writing Challenge 228 Share Shyam Pandey 14 May 2023 · 1 min read सुना है सकपने सच होते हैं-कविता मन की तरंगे बढ़ने दो मन पतंग सा उडने दो पंख तेरे अब खुलने दो भ्रम की दीवारें गिरने दो नैनो में सपने पलने दो सिंचित-पोषित बीज अंकुरित होते हैं..,... Poetry Writing Challenge 120 Share Shyam Pandey 14 May 2023 · 1 min read ए जिंदगी तू सहज या दुर्गम कविता ऐ जिन्दगी तू सहज या दुर्गम.." सही कहती थी अम्मा(मेरीमां).. यूं बात-बात पर गुस्सा ठीक नहीं, इक दिन तो बढनी से पीटा गया .. अपनी मर्जी से जिन्दगी नहीं चलती,... Poetry Writing Challenge · कविता 1 314 Share Shyam Pandey 14 May 2023 · 2 min read कविता-मरते किसान नहीं, मर रही हमारी आत्मा है। मरते किसान नहीं, मर रही हमारी आत्मा है। बादल घरते हैं बजली कड़कती बिन मौसम बारिश होती है, तब खेत मे कटे पड़े गेंहूं देखकर किसान पर क्या बीतती है।... Poetry Writing Challenge · कविता 157 Share Shyam Pandey 14 May 2023 · 1 min read कविता महज कविता नहीं हूं मैं तीर सा चुभता शब्द हूँ मैं। शब्दों में पिरोई, मोतियों का गुच्छा हूँ मैं, शब्द नहीं शब्द का सार हूँ मैं॥ कटते पेड़ों की उन्मादी... Poetry Writing Challenge 1 277 Share Shyam Pandey 14 May 2023 · 1 min read कविता दुःख एक मेहमान की तरह है दुखों की थी जो काली रात, हँसी के जो सूखे थे हर इक पात, मुसीबत थे घने बादल, जो कोहरा ग़म का था छाया,... Poetry Writing Challenge 291 Share Shyam Pandey 14 May 2023 · 8 min read कविताएँ 1. सुना है सपने सच होते हैं। मन की तरंगे बढ़ने दो मन पतंग सा उडने दो पंख तेरे अब खुलने दो भ्रम की दीवारें गिरने दो नैनो में सपने... Poetry Writing Challenge 1 229 Share Shyam Pandey 27 Feb 2023 · 6 min read लेख-भौतिकवाद, प्रकृतवाद और हमारी महत्वाकांक्षएँ *भौतिकवाद, प्रकृतिवाद और हमारी महत्वाकांक्षाएं* सुदूर गाँव और जंगलों मे बैठा कोई बुजुर्ग व्यक्ति और उसका परिवार जो खेती बाड़ी करता है, गाय, भैंस और बकरियों चराता है,हाथ मे स्मार्ट... Hindi · लेख 1 132 Share Shyam Pandey 16 Feb 2023 · 1 min read कविता-शिश्कियाँ बेचैनियां अब सही जाती नहीं शिश्कियाँ,बेचैनियां,अब सही जातीं नहीं.. काली सी दुनिया ,मन भी हैं काले काली सी रातें ये काले से सपने, धुंवा सा है फैला क्या पूरे शहर में। चुन लाओ कोई वो... Hindi 290 Share Shyam Pandey 2 Feb 2023 · 1 min read अधूरा इश्क़ आखिर इश्क उसी से क्यों होता है, जो किस्मत में लिखा नहीं होता है। कहते हैं इश्क अधूरा ही रहता है पूरा इश्क नही होता है। Hindi · Sadness · शायरी 274 Share Shyam Pandey 29 Jan 2023 · 1 min read कर्मण्य दुनिया विश्राम स्थल नहीं, बल्कि कार्यस्थल है, ज़िंदगी विचलने के लिए नहीं बल्कि कुछ कर दिखाने के लिए है। संसार का हर कण अद्वितीय है उसकी अपनी उपयोगिता है, किसी... Hindi · Motivational Quotes 1 258 Share Shyam Pandey 21 Jan 2023 · 1 min read विचार दुनिया विश्राम स्थल नहीं, बल्कि कार्यस्थल है, ज़िंदगी विचलने के लिए नहीं बल्कि कुछ कर दिखाने के लिए है। संसार का हर कण अद्वितीय है उसकी अपनी उपयोगिता है, किसी... Hindi · Thought 3 310 Share Shyam Pandey 21 Jan 2023 · 1 min read विचार दूसरा मौका सब को मिलता है दोस्तो, पहली बाजी सब ने हारी होती है। Hindi · Thought 2 170 Share Shyam Pandey 20 Jan 2023 · 1 min read स्थायित्व (Stability) स्थायित्व stability (ब्रह्मांड का जर्रा जर्रा शान्ति, आराम और स्थायित्व चाहता है) ब्रह्मांड का हर कण दूसरे कण को आकर्षित अथवा प्रतिकर्षित करता रहता है सतत.. ताप,दाब और सम्बेदनाओं से... Hindi · कविता 3 526 Share Shyam Pandey 10 Jan 2023 · 1 min read कर्मण्य के प्रेरक विचार सीखने के लिए सीखे जाने की प्रबल इक्ष्या होनी चाहिये Learn from Macro to Micro- छोटे से छोटे टुकड़े में कर के सीखें- Loosing to win-हारने को तैयार रहना/मानलेन जिस... Hindi · Motivational Quote · कविता 2 306 Share Shyam Pandey 18 May 2022 · 1 min read दंगा पीड़ित दंगा पीड़ित इनका भी था ,इक सपना , कि समाज से ,इन्हे भी प्यार मिले... पर मिली इन्हे दुश्वारियाँ, और ईर्ष्या क घाव मिले... पल रहे हैं शिवरों में जो... Hindi · कविता 5 4 353 Share Shyam Pandey 18 May 2022 · 2 min read अफसोस-कर्मण्य अफ़सोस अफसोस होगा तुम्हे, यह जान कर कि ऐसे भी जीते हैं लोग बिना संसाधनों के, भूखे और प्यासे भी। मजबूर अपनी मजबूरियों पर, रोते और बिलखते भी l शहर... Hindi · कविता 5 2 327 Share Shyam Pandey 16 May 2022 · 5 min read गांव शहर और हम ( कर्मण्य) गाँव शहर और हम इस पुस्तक में आपने शिक्षा, संस्कार, आदत, प्रेरणा और अंत मे सफलता व सफलता के मायने पढ़े आप ने जाना और समझा सफलता क्या है और... Hindi · लेख 8 4 1k Share Shyam Pandey 15 May 2022 · 1 min read Kavita Nahi hun mai कविता नही हूँ मैं, तीर सा चुभता शब्द हूँ मैं। शब्दों में पिरोई, मोतियों का गुच्छा हूँ मैं, शब्द नही शब्द का सार हूँ मैं ।। कटते पेड़ों की उन्मादी... Hindi · कविता 8 7 367 Share