शिवदत्त श्रोत्रिय Tag: मुक्तक 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid शिवदत्त श्रोत्रिय 30 Aug 2016 · 1 min read माना मै मर रहा हूँ बेटो के बीच मे गिरे है रिश्तो के मायने कैसे कहूँ कि इस झगड़े की वजह मै नही हूँ | कुछ और दिन रुक कर बाट लेना ये ज़मीं माना... Hindi · मुक्तक 608 Share