Shiva Awasthi Tag: दर्शन 12 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shiva Awasthi 8 Jul 2024 · 1 min read कविता मैं उसे बताना चाहती थी कि नागफणियों में फूल आते हैं विषधर प्रेम करते हैं सूखे पेड़ों पर काई खिलती है सफ़ेद आभा के मूल में समस्त रंग होते हैं... Hindi · कविता · जीवन · दर्शन 2 1 108 Share Shiva Awasthi 12 Apr 2024 · 1 min read गीत कल लगता था सब विदित मुझे अब लगता है कुछ पता नहीं। हे बुनकर! मेरे जीवन के मुझे एक सिरा भी मिला नहीं कुछ टूटे फूटे तर्कों से कुछ जिया... Hindi · गीत · जीवन · दर्शन 4 2 144 Share Shiva Awasthi 21 Feb 2024 · 2 min read कविता(प्रेम,जीवन, मृत्यु) स्वाभाविक तौर पर सब निर्जीव होता है कोशिश करनी पड़ती है प्राण भरने की जीवंत "बनाना" पड़ता है होता नहीं है कुछ भी कोशिश खत्म, जीवन खत्म सक्रियता जीवन है,... Hindi · जीवन · दर्शन · प्रेम · मृत्यु 1 1 257 Share Shiva Awasthi 5 Jun 2023 · 1 min read कविता उस दिन, मैं टेक लगाए बैठी थी और वो, आकर मेरे पैरों से अपना चेहरा सटाकर लेट गया। उसकी गर्म हथेलियों ने मेरे दोनों पंजों को नर्मी से छुआ मेरे... Hindi · कविता · दर्शन · प्रेम 4 303 Share Shiva Awasthi 5 Jun 2023 · 1 min read कविता// घास के फूल नदी कभी जी भर नहीं नहाई गई, गहराई और मृत्यु के भय से। जबकि, मृत्यु किनारे पर भी थी। जमीन पर भी। कितना समय लगता है, एक हृदयाघात में ?... Hindi · कविता · जीवन · दर्शन · प्रेम · मृत्यु 2 316 Share Shiva Awasthi 24 Apr 2023 · 1 min read रंगरेज कहां है ऐसे रंग कहाँ मिलते हैं, लेकर चल वो देश जहाँ है ? जिससे तूने पंखे रगायें तितली वो रंगरेज कहाँ है ? जिसने स्याही की चादर पर जुगनू से बूटे... Hindi · गीत · दर्शन 2 479 Share Shiva Awasthi 21 Jan 2023 · 1 min read गीत कर्म वादी चेतनाओं को सुलाकर, भाग्य सिद्धी मंत्र लेने जा रहें हैं। कौन अब दर्शन पढ़े शंकर तुम्हारा, आजकल तो दृष्टिबंधक भा रहें हैं। रख धनुष ले प्रश्न बैठे राम,... Hindi · अध्यात्म · गीत · जीवन · दर्शन · धर्म 1 1 283 Share Shiva Awasthi 6 Jan 2023 · 1 min read गीत अज्ञानों के अर्धज्ञान पर हामी भर, कैसे कह दूं पागल! नश्वर हैं हम तुम। द्वापर में जो कृष्ण सिखा कर चले गए। जिसके स्वर में स्वर वंशी के रचे गए।... Hindi · गीत · जीवन · दर्शन · प्रेम 4 337 Share Shiva Awasthi 21 Nov 2022 · 1 min read गीत मन के कनक महल से जाना, याद नहीं जब सुख रख पाया। तब मैंने ही सहज भाव से दुःख को आमंत्रण भिजवाया। जैसे नन्हें ध्रुव को माँ ने, स्वयं तपोमय... Hindi · Hindi · गीत · दर्शन 3 550 Share Shiva Awasthi 29 Aug 2022 · 1 min read हँसते हैं वो तुम्हें देखकर! जिनको ओस - ओस कहते हो, वो फूलों की बत्तीसी हैं। हँसते हैं वो तुम्हें देखकर। हाँ, हाँ मानव! तुम्हें देखकर। देव मनाने की इच्छा में, तुमने युवा फूल मारे... Hindi · अध्यात्म · गीत · दर्शन · वैराग्य 3 444 Share Shiva Awasthi 29 Jul 2022 · 1 min read माटी - गीत कैसी मिट्टी से मुझको बनाया गया, गर मिले मुझसे भगवान पूछूंगी मैं। मुझको लगता है मैं, रेत हूं हाथ में, खुद ही खुद के नहीं अब ठहर पाऊंगी। जल बिना... Hindi · गीत · जीवन · दर्शन 4 398 Share Shiva Awasthi 6 Jul 2022 · 1 min read गीत//तुमने मिलना देखा, हमने मिलकर फिर खो जाना देखा। समय नदी की तेज लहर में, सदियों का बह जाना देखा। तुमने मिलना देखा, हमने मिलकर फिर खो जाना देखा। तिनका तिनका जोड़ जोड़कर, चिड़ियों को घर रचते देखा। नन्हें... Hindi · गीत · दर्शन 6 5 370 Share