Santosh kumar Miri Language: Chhattisgarhi 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Santosh kumar Miri 28 May 2024 · 1 min read खर्राटा *खर्राटा* (हास्य व्यंग्य) नवा नेवन्नीन खर्राटा मारत सुतगे । नवा खटिया के पाटी टुटगे दूल्हा ओखर झकना के उठगे पाटी ला बनावत बनावत पछिना छूटगे। दूनो परानी उखरा मे सूत... Poetry Writing Challenge-3 · Humour 43 Share Santosh kumar Miri 18 May 2024 · 1 min read हनुमान जी के गदा *गदा* (हास्य रस) हनुमान जी के गदा हास हास के पेट फुलगे ददा खोरबहरीन ला भूत धरलीस बैगा हा हनुमान चालीसा सुनाइस अऊ चार कोर्रा लगाईस खोरबहरिन के भूत उतरगे... Poetry Writing Challenge-3 38 Share Santosh kumar Miri 17 May 2024 · 1 min read मैं हूं कार *मैं हूं कार* कार मैं सबका यार मुझ बिन जाना बेकार। कार मैं सबका यार सफेद ,काला,लाल,गुलाबी काम आता समाजोपयोगी जो मेरी देखभाल करता मैं उसकी सुरक्षा करता। कार मैं... Poetry Writing Challenge-3 33 Share Santosh kumar Miri 16 May 2024 · 1 min read आम के छांव *आमा के छांव* आम के छांव निक लागे मोर गांव शीतल छांव रोहन मोहन आव जनउला खेलने किसका है दांव? आम के छांव...... हरियर हरियर पाना के हरियर हरियर दाना... Poetry Writing Challenge-3 · Poem 2 47 Share