Santosh kumar Miri Tag: कविता 11 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Santosh kumar Miri 30 May 2024 · 1 min read चांद का टुकड़ा *चांद का टुकड़ा* चांद का टुकड़ा जैसी है तेरी मुखड़ा काली काली घटा सा केश है तुम्हारी इतना सुंदर चेहरा में मुस्कान है प्यारी छोटा सा। चांद का टुकड़ा..... संगमरमर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 40 Share Santosh kumar Miri 29 May 2024 · 1 min read रुख के दुख *रुख के दुख* रसीले फल मैं तुझे देता लात घूंसे मैं सबसे लेता फिक्र नही किसी को मेरी हर ख्वाहिशें पूरी करूं तेरी रसीले फल..... जड़ छाल फल ले जाते... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 42 Share Santosh kumar Miri 27 May 2024 · 1 min read ये धरती महान है *ये धरती महान हैं* ये धरती महान है कण कण में भगवान है। कहीं कला मूलक हैं कहीं उपयोगिता मूलक है कोई विज्ञान मूलक तो कोई औषधि मूलक है सब... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 2 33 Share Santosh kumar Miri 27 May 2024 · 1 min read बर्फ *बर्फ* पानी बर्फ की ठोस अवस्था गर्मी से बचने की है व्यवस्था खूब खेले बाल्यावस्था उपयोग में लाए युवावस्था। पानी की है ठोस अवस्था 0'Cसे नीचे ताप पर, जमने की... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 52 Share Santosh kumar Miri 26 May 2024 · 1 min read मेरे पिताजी मेरे पिताजी अपने बच्चे से कभी मुंह न मोड़े। विपत्ति में भी साथ न छोड़े। तपती दोपहरी पत्थर तोड़े। सूरज से भी मुंह न मोड़े बड़े बड़े गोलों को तोड़े।... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 4 43 Share Santosh kumar Miri 25 May 2024 · 1 min read दिनचर्या *दिनचर्या* सुबह उठ फ्रेश हो जा दौड़ के आ आराम कर बनाना खा सुबह उठ..... देश दुनिया की खबर ले खबर दे अब मोबाइल रख दे!! सुबह उठ.... पुस्तक निकाल... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 39 Share Santosh kumar Miri 24 May 2024 · 1 min read इंद्रधनुष *इंद्रधनुष* इंद्रधनुष के सप्तरंग पानी की बूंदों के संग सूर्य के प्रकाश संग प्रतिबिंबित किरणों का रंग इंद्रधनुष की..... लाल,नारंगी,पीले पीले हरा बैंगनी नीले नीले आसमानी भी संग है तभी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 33 Share Santosh kumar Miri 23 May 2024 · 1 min read सुलोचना *सुलोचना* हाय रे मेरी सुलोचना जिसे भी देख ठीक से देखना एक नही सौ सौ बार देखना तुम हो मेरी सुलोचना हाय रे मेरी ....... जो जो नही दिखता उसे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 38 Share Santosh kumar Miri 22 May 2024 · 1 min read कण कण में है श्रीराम *कण कण में प्रभु श्रीराम* जन जन में सबके उर में बसा है एक ही नाम ओ है प्रभु श्री राम कण कण में..... पल पल में हर क्षण में... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 35 Share Santosh kumar Miri 20 May 2024 · 1 min read विद्यार्थी जीवन *विद्यार्थी जीवन* सुंदर सुंदर प्यारे बच्चे सबके मन को भाते है। इस कक्षा से उस कक्षा में , बेमतलब के जाते है। सुंदर सुंदर........ आपस में लड़ जाते है और... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 43 Share Santosh kumar Miri 19 May 2024 · 1 min read *मेरी रचना* *मेरी रचना* मन की अंतरभावों को लिखना है रचना। मेरी रचना , सबसे प्यारी रचना।। डर किस बात की है? कापी पेन ले कविता लिखना संस्मरण,कहानी,निबंध रचना सही भावों को... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 35 Share