Shikha Mishra Tag: Best Poetry 6 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shikha Mishra 31 May 2024 · 1 min read अज़िय्यत-ए-इंतहा में शायद कोई मुस्कुराता नहीं, अज़िय्यत-ए-इंतहा में शायद कोई मुस्कुराता नहीं, सितमगर के लिए यूं पलकें कोई बिछाता नहीं। एकदम सही कहा करते थे तुम 'ढ़क्कन' हूं मैं, वगर्ना एक बेवफ़ा पर अपनी जां कोई... Poetry Writing Challenge-3 · Best Poetry · Life Quotes · Love Poem · Nazm · ग़ज़ल 2 48 Share Shikha Mishra 31 May 2024 · 1 min read ऐ ढ़लती हुई शाम, ऐ ढ़लती हुई शाम, ज़रा दो पल को ठहर जाओ कि अब भी किसी का इंतजार बाक़ी है, मत दिखाओ मुझे ख़ूबसूरत सुबह का ख्वाब कि लाख अंधेरा ही सही... Poetry Writing Challenge-3 · Best Poetry · Trending · कविता · मुक्तक 1 40 Share Shikha Mishra 31 May 2024 · 1 min read ज़ुर्म-ए-मोहब्बत यार, दोस्त कोई भी न अब मुझसे मिला करेगा, ऐ ख़ुदा! इससे ज़्यादा तू मेरे साथ क्या बुरा करेगा! हर सजदे में तुझसे सिर्फ़ उसे ही मांगा था मैंने, सोचा... Poetry Writing Challenge-3 · Best Poetry · Love Poetry · Nazm · Piece Of Life · कविता 3 44 Share Shikha Mishra 31 May 2024 · 1 min read इस जहां में यारा झूठ की हुक़ूमत बहुत है, इस जहां में यारा झूठ की हुक़ूमत बहुत है, सच, ये तिलस्मी दुनियां ख़ूबसूरत बहुत है। सिर्फ़ फ़ज़ा की गर्द साफ़ करने से क्या होगा, अक्लमंदों के दिल में भी... Poetry Writing Challenge-3 · Best Poetry · Life Quotes · Trending · कविता · ग़ज़ल 2 72 Share Shikha Mishra 31 May 2024 · 1 min read मैं ज़िन्दगी के इन ताने-बानों में उलझती जा रही हूं, सब समेटने की चाह में मैं ख़ुद बिखरती जा रही हूं। दम तक तोड़ने वाली चुनौतियां मिली हैं कई दफ़ा, हालातों... Poetry Writing Challenge-3 · Best Poetry · कविता · ग़ज़ल · मैं · मैं और मेरी तन्हाई 3 63 Share Shikha Mishra 31 May 2024 · 1 min read सियासी वक़्त ज़रूरत पर मुख़ालिफ़ों से भी याराना लगता है, ये जहां अब सियासतदारों का घराना लगता है। गुजर गया वो वक़्त जब सियासत में मोहब्बत थी, अब तो मोहब्बत में सियासत... Poetry Writing Challenge-3 · Best Poem · Best Poetry · Politics · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 3 53 Share