Shekhar Chandra Mitra Tag: कविता 2724 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shekhar Chandra Mitra 25 Jul 2023 · 1 min read हैवानियत घूम रहे हैं राक्षस साधु के वेश में! आया है राम राज हमारे देश में! हो रहा है बेटियों के साथ जो यहां! उसकी कोई मिसाल नहीं परदेश में! #मणिपुर_में_हैवानियत... Hindi · कविता 348 Share Shekhar Chandra Mitra 4 Jul 2023 · 1 min read नारी शिक्षा से कांपता धर्म नारी की शिक्षा से कांपता है धर्म क्यों! प्रश्नों की राह पर हांफता है धर्म क्यों!! विश्वविद्यालयों या पुस्तकालयों के बदले! गुफाओं में शरण मांगता है धर्म क्यों!! #स्त्री #औरत... Hindi · कविता 522 Share Shekhar Chandra Mitra 3 Jul 2023 · 1 min read ज़हालत का दौर इंसानियत का मुस्तकबिल कुछ कातिलों के हाथ में है! मेहनतकशों का मुकद्दर कुछ काहिलों के हाथ में है! किसी के फन या हुनर की क्या खाक कद्र होगी यहां! जब... Hindi · कविता 380 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Jul 2023 · 1 min read अपना घर फूंकने वाला शायर टूटा-फूटा लिख लेता हूं हल्का-फुल्का गा लेता हूं! अपने आंसू-अपनी आहें लफ़्ज़ों में बहा लेता हूं!! चाहे मेरा घर जले तो क्या इस दुनिया में रोशनी होगी! आवाज़ देता है... Hindi · कविता 1 269 Share Shekhar Chandra Mitra 18 Jun 2023 · 1 min read जनता का भरोसा गैरत भी नीलाम कर दी ज़मीर तक बेच दिया! झूठी दौलत की हवस में फ़कीर तक बेच दिया! आख़िर तुम्हारी बातों पर हम कैसे यक़ीन करें! तुमने तो अपने भीतर... Hindi · कविता 2 1 550 Share Shekhar Chandra Mitra 18 May 2023 · 1 min read अप्प दीपो भव आजकल इस दुनिया में इतनी ज़्यादा संगीन रात! कि अपने एक हाथ को ही सूझता नहीं है दूसरा हाथ!! तुझे जाना है दूर तक तो तू ख़ुद अपना चिराग़ बन!... Hindi · कविता 1 946 Share Shekhar Chandra Mitra 18 May 2023 · 1 min read कान खोलकर सुन लो चाहे जितनी कर लो कोशिशें तुम आंकड़े छिपाने की! वक़्त खोल ही देगा साजिशें तुम्हारे तहखाने की!! ख़ैर, मेहनतकश अवाम की ज़िंदगी का मोल ही क्या! हम तो किस्मत लेकर... Hindi · कविता 312 Share Shekhar Chandra Mitra 10 May 2023 · 1 min read आदि शंकराचार्य सत्य बस शूद्र की छाया है शेष सब यहां मोह-माया है! सत्य बस स्त्री की काया है शेष सब यहां मोह-माया है!! शंकराचार्य के इसी दर्शन ने हमारे देश का... Hindi · कविता 552 Share Shekhar Chandra Mitra 1 May 2023 · 1 min read सामाजिक न्याय तुम भीख-खैरात नहीं कोई हमें हमारा हिस्सा दे दो! एकाएक ही अगर नहीं तो आहिस्ता-आहिस्ता दे दो!! जिसमें सबको थी आज़ादी जिसमें सबको थी बराबरी! खून-पसीने से लिखा हुआ वही... Hindi · कविता 233 Share Shekhar Chandra Mitra 28 Apr 2023 · 1 min read हल्लाबोल तेरी कमज़ोरी ताक़त है उसकी! तेरी बुजदिली जुर्रत है उसकी!! बेबाकी है उसकी तेरी ख़ामोशी! तेरी तमाशबीनी शोहरत है उसकी!! #राजनीति #सरकार #विपक्ष #सत्ता #मीडिया #जनता #नौजवान #अवाम #पत्रकार #लेखक... Hindi · कविता 1 315 Share Shekhar Chandra Mitra 28 Apr 2023 · 1 min read मेहनतकश अवाम जो मज़दूर या-किसान है, मालिक! वह भी तो एक-इंसान है, मालिक!! जिसे समझ बैठे हैं-आप रोबोट उसमें भी दिल-और जान है, मालिक!! #सरकार #राजनेता #पूंजीपति #श्रमिक #मेहनतकश #अवाम #शोषण #गरीब... Hindi · कविता 302 Share Shekhar Chandra Mitra 27 Apr 2023 · 1 min read सामाजिक क्रांति हमनीके परचम उठावे के पड़ी हमनीके मशाल जलावे के पड़ी! खूब जोर-जोर से इंकलाब के हमनीके नारा लगावे के पड़ी!! अगर तहरे-हमरे मसला रहीत तअ बंदूको से हल हो जाइत!... Bhojpuri · कविता 412 Share Shekhar Chandra Mitra 26 Apr 2023 · 1 min read देश का दुर्भाग्य जहां गालियां मिलती हैं जहीनों को! जहां तालियां मिलती हैं कमीनों को!! बर्बादी मिलती है उस देश को केवल जहां गोलियां मिलती हैं नगीनों को!! #अभिव्यक्ति_की_स्वतंत्रता #नफरत #आहत #भावना #कट्टरता... Hindi · कविता 468 Share Shekhar Chandra Mitra 26 Apr 2023 · 1 min read मेरी पसंद हिटलरशाही से हिमाकत पसंद है! सुकरात की तरह सदाकत पसंद है!! मूर्दों की पसंद ही हुआ करती रवायत! मैं जिंदा हूं, मुझे- बगावत पसंद है!! #राजनीति #धर्म #विद्रोह #क्रांति #इंकलाब... Hindi · कविता 605 Share Shekhar Chandra Mitra 26 Apr 2023 · 1 min read मानवता की चीखें हिंदू-मुसलमान से आगे भी कुछ है! भारत-पाकिस्तान से आगे भी कुछ है!! मानवता की चीखें कहती हैं हमसे! कि नफा-नुकसान से आगे भी कुछ है!! #StopWar #riots #politics #humanity #Peace... Hindi · कविता 459 Share Shekhar Chandra Mitra 26 Apr 2023 · 1 min read बेगुनाही की सज़ा मैं हूं बेगुनाह कोई कम तो नहीं न! मेरा यह गुनाह कोई कम तो नहीं न!! जिस दौर में सबकी सियासत पर नज़र है! मुहब्बत पर निगाह कोई कम तो... Hindi · कविता 661 Share Shekhar Chandra Mitra 26 Apr 2023 · 1 min read डियर कामरेड्स हम इस देश के सबसे ज्यादा पढ़ने-लिखने वाले लोगों में से एक हैं। बर्बर कबीलों की तरह मार-काट करना हमें बिलकुल पसंद नहीं। यकीनन हमारे सिस्टम में बहुत कुछ ऐसा... Hindi · कविता 506 Share Shekhar Chandra Mitra 26 Apr 2023 · 1 min read आंखों देखा सच बेशक मैं बागी हूं इंकलाबी हूं! लेकिन न नक्सल हूं, न जेहादी हूं! अपने शेरों और गीतों के ज़रिए! कड़वे सच कहने का आदी हूं! #कम्यूनिस्ट #मार्क्सवादी #प्रगतिशील #कवि #शायर... Hindi · कविता 335 Share Shekhar Chandra Mitra 26 Apr 2023 · 1 min read अक्ल के दुश्मन सवालों के दुश्मन जवाबों के दुश्मन! कलमों के दुश्मन किताबों के दुश्मन!! कैसे हो सकते रहनुमा हमारे! ख्यालों के दुश्मन ख़्वाबों के दुश्मन!! #नालंदा_विश्वविद्यालय #jnu #धर्म #पुस्तकालय #शिक्षा #ज्ञान #बुद्ध... Hindi · कविता 466 Share Shekhar Chandra Mitra 26 Apr 2023 · 1 min read विश्वगुरु बहुत ज़्यादा पढ़-लिख लेने से नौजवानों के दिमाग़ खराब हो जाते हैं। लाज़िम है कि सारे विश्वविद्यालय और पुस्तकालय नष्ट कर दिए जाएं। कोई मज़ाक थोड़े ही है! आख़िर भारत... Hindi · कविता 426 Share Shekhar Chandra Mitra 26 Apr 2023 · 1 min read आज़ादी की क़ीमत वह आज़ादी जो हमें मिली थी गोलियां खाने के बाद! वह आज़ादी जो हमें मिली थी गालियां सुनने के बाद!! क्या ऐसे ही हम खो देंगे अब सोचकर देना ज़वाब!... Hindi · कविता 354 Share Shekhar Chandra Mitra 24 Apr 2023 · 1 min read नफ़रत के सौदागर जिससे प्यार के गीत निकलें उन्हें उस कलम से नफ़रत है! जो दो दिलों को पास ले आए उन्हें उस चलन से नफ़रत है! जात-पात और ऊंच-नीच की सारी दीवारें... Hindi · कविता 426 Share Shekhar Chandra Mitra 24 Apr 2023 · 1 min read गिव मी सम सन शाइन इंसानी टैलेंट की तो कोई कद्र ही नहीं यहां! ग्रेट साइंस या लिट्रेचर पैदा होगा किस तरह!! वक़्त का हर जीनियस स्यूसाइड कर लेता है! टार्चर किया जाता है उसे... Hindi · कविता 389 Share Shekhar Chandra Mitra 23 Apr 2023 · 1 min read रोमांटिक रिबेल शायर यह अश्क ईनामे-इश्क है सज़ा तो नहीं! गमे-यार गमे-जहां से जुदा तो नहीं! आख़िर हम महबूब के लिए मक़सद क्यों भूलें! वह तो महज़ एक बुत है, ख़ुदा तो नहीं!... Hindi · कविता 367 Share Shekhar Chandra Mitra 23 Apr 2023 · 1 min read अंबेडकर और भगतसिंह मैं इंकलाब का शाहीन हूं तो मुहब्बत का हूं फाख्ता ! न तो मज़हब से रिश्ता मेरा न ही सियासत से वास्ता! भगतसिंह और अंबेडकर के बीच से होकर जाता... Hindi · कविता 1 231 Share Shekhar Chandra Mitra 23 Apr 2023 · 1 min read दंगे-फसाद न तो हिन्दू तबाह होता है न ही मुसलमान तबाह होता है! इन दंगे-फसादों में केवल हिंदुस्तान तबाह होता है! मुझे आती है अपने आप पर कितनी ज़्यादा शर्म न... Hindi · कविता 613 Share Shekhar Chandra Mitra 23 Apr 2023 · 1 min read देश-विक्रेता खेत बेच खाएंगे खलिहान बेच खाएंगे! ज़मीर बेच खाएंगे ईमान बेच खाएंगे!! कुछ न बचेगा जब तो देखना ये हरामखोर! देश बेच खाएंगे संविधान बेच खाएंगे!! #politics #opposition #सच #HallaBol... Hindi · कविता 463 Share Shekhar Chandra Mitra 23 Apr 2023 · 1 min read सुकरात के शागिर्द जब सुकरात को मुर्शीद मान लिए हम सच कहना कैसे छोड़ेंगे! अब तो सूली मिले या ज़हर हमें अंज़ाम से मुंह नहीं मोड़ेंगे!! हम अपनी बेबाक तक़रीरों और गुस्ताख़ तहरीरों... Hindi · कविता 323 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Apr 2023 · 1 min read हादसे पैदा कर तू सारी मुश्किलों का दिलेरी से सामना कर! दिल और दिमाग़ से कोई भी फ़ैसला कर!! अपने किरदार को एक मेयार देने के लिए! तू अपनी ज़िंदगी में कुछ हादसे... Hindi · कविता 199 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Apr 2023 · 1 min read हश्र का मंज़र बेरूख़ी के बावजूद मुझे तुमसे प्यार होता! एक तरफा ही सही मैं तुम्हारा यार होता! अगर मैं न देख लेता हश्र का वह मंज़र! तो मरके भी तुम्हारा मुझे इंतज़ार... Hindi · कविता 423 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Apr 2023 · 1 min read इश्क़ की तासीर कैद से रिहाई तक! मिलन से जुदाई तक!! इश्क़ की तासीर देखी खुदी से खुदाई तक!! Shekhar Chandra Mitra Hindi · कविता 94 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Apr 2023 · 1 min read वफादारी का ईनाम जो इसने निभाई वक़्त पर पूरी बेशर्मी से खुलेआम! शाह ने मुंसिफ को दिया है उसी वफादारी का ईनाम! अपने देश और समाज के जलते हुए मूद्दों के बाबत! नीलाम... Hindi · कविता 399 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Apr 2023 · 1 min read कहानियां ख़त्म नहीं होंगी अब हम रहें कि न रहें लेकिन निशानियां खत्म नहीं होंगी! आंसू और ख़ून से लिखी हुईं कहानियां ख़त्म नहीं होंगी! ख़ैर मेरी यह फ़ानी ज़िंदगी कुछ काम तो आई... Hindi · कविता 538 Share Shekhar Chandra Mitra 19 Apr 2023 · 1 min read लज्जा मेरे देश के मज़दूर मेरे मुल्क के किसान! आख़िर क्यों इतने मजबूर आखिर क्यों इतने परेशान! कितने ज़्यादा बेरहम हैं हमारे चुने हुए हुक़्मरान! मैं सोचकर शर्मिंदा हूं मैं देखकर... Hindi · कविता 201 Share Shekhar Chandra Mitra 19 Apr 2023 · 1 min read धर्म नहीं, विज्ञान चाहिए बुलंद इरादों वाले हुक़्मरान चाहिए! सोचने-समझने वाले अवाम चाहिए!! अगली एक सदी के लिए भारत को कोई धर्म नहीं, सिर्फ़ विज्ञान चाहिए!! #मजहब #सियासत #वैज्ञानिक #चेतना #rational #Science #religion #politics... Hindi · कविता 646 Share Shekhar Chandra Mitra 18 Apr 2023 · 1 min read शाहकार (महान कलाकृति) जाने कौन-से अशआर! बन जाएं तेरे शाहकार!! तू बोलता रह बेबाकी से! हर मुद्दे पर, ऐ फनकार!! #शायर #कवि #बुद्धिजीवी #लेखक #विद्रोही #नौजवान #विपक्षी #दल #राजनीति #सच #धर्म #हल्ला_बोल #पर्दाफाश... Hindi · कविता 384 Share Shekhar Chandra Mitra 18 Apr 2023 · 1 min read देशभक्त मेरे देश के मजदूर-किसान! गंवा रहे क्यों अपनी जान!! खेतों में आकर देखें मीलों में जाकर देखें देशभक्त बनते जो हुक़्मरान!! #प्रवासी #भीड़ #श्रमिक #श्रम #शोषण #मेहनत #मेहनतकश #farmers #Labour... Hindi · कविता 461 Share Shekhar Chandra Mitra 18 Apr 2023 · 1 min read आलोचना विरोध का ज़वाब दुश्मनी तो नहीं न! धर्मरक्षक का काम गुंडागर्दी तो नहीं न!! लोकतंत्र में देशभक्त होने का मतलब! लूट, मार और आगजनी तो नहीं न!! #विपक्षी #दल #सत्ता... Hindi · कविता 359 Share Shekhar Chandra Mitra 18 Apr 2023 · 1 min read बर्दाश्त की हद मेरी गुस्ताख़ी को कब तक करते रहेंगे माफ़ वो? मेरी बदमाशी को कब तक करते रहेंगे माफ़ वो? बर्दाश्त करने की भी आख़िर एक हद तो होती है न! मेरी... Hindi · कविता 602 Share Shekhar Chandra Mitra 18 Apr 2023 · 1 min read पर्दाफाश Look at reality! Understand the conspiracy! Then uncovered The whole bloody mystery! असलियत को देखो! साज़िश को समझो! फिर हर ज़ुल्म का तुम पर्दाफाश करो! #DalitLivesMatter #Tribes #politics #Caste #religion... Hindi · कविता 518 Share Shekhar Chandra Mitra 17 Apr 2023 · 1 min read सामाजिक न्याय के प्रश्न कौन है ब्राह्मण कौन है शूद्र तुम्हें बताया किसने? छुआ-छूत का ऊंच-नीच का जाल फैलाया किसने? शिक्षा,सम्पत्ति और सत्ता से पूरी तरह वंचित करके! शूद्रों और स्त्रियों को सदियों के... Hindi · कविता 442 Share Shekhar Chandra Mitra 17 Apr 2023 · 1 min read सोशल मीडिया का दौर ऐसे आदमियत का गला घोंटकर आखिर मज़हब को कैसे बचा लोगे? तहज़ीब को सुर्ख़ करने के फेर में तुम उसे और दाग़दार बना दोगे! रात का गुनाह सुबह होते ही... Hindi · कविता 354 Share Shekhar Chandra Mitra 16 Apr 2023 · 1 min read विपक्ष से सवाल हमें उम्मीद थी कि अब जागोगे! पता नहीं तुम लोग कब जागोगे!! मर जाएगा जब देश सड़ जाएगा जब समाज! लगता है तुम लोग तब जागोगे!! #विपक्ष #नौजवान #बुद्धिजीवी #PulwamaAttack... Hindi · कविता 371 Share Shekhar Chandra Mitra 14 Apr 2023 · 1 min read अंबेडकर जयंती अपने महापुरुषों का जन्मदिन हमें अब से इस तरह मनाना होगा! जिस इंकलाब का उन्होंने आगाज किया उसे अंजाम तक ले जाना होगा!! कई सदियों से हमारे देश में जो... Hindi · कविता 290 Share Shekhar Chandra Mitra 14 Apr 2023 · 1 min read हम हैं क्योंकि वह थे बाबा साहेब, अगर तुम न होते! तो पढ़े-लिखे शायद हम न होते!! बढ़ती जाती हमारी जिल्लत! हम पर ज़ुल्म कभी कम न होते!! #जय_भीम #अंबेडकरजयंती #JaiBhim #Ambedkar #worldequalityday #OBC #दलित... Hindi · कविता 304 Share Shekhar Chandra Mitra 14 Apr 2023 · 1 min read अंबेडकर की रक्तहीन क्रांति क्या, कोई जंग ऐसे भी लड़ी जाती है कि उससे आदम ज़ात मुस्कुराती है? ना कोई गाली-गलौज ना कोई मार-पीट! बस कलम और किताब बस सवाल और जवाब! और पूरी... Hindi · कविता 1 1 185 Share Shekhar Chandra Mitra 13 Apr 2023 · 1 min read धर्मनिरपेक्ष मूल्य धार्मिक चरम पंथ के उभार के इस युग में! धार्मिक कट्टर पंथ के उभार के इस युग में!! धर्मनिरपेक्ष मूल्यों को बचाना ही होगा हमें! धार्मिक पोंगा पंथ के उभार... Hindi · कविता 327 Share Shekhar Chandra Mitra 13 Apr 2023 · 1 min read अंबेडकर की रक्तहीन क्रांति डियर कामरेड्स, बंदूक या बम की मदद से निजी मसले शायद हल भी किए जा सकें लेकिन सवाल अगर एक देश या समाज का हो तो हमें सारे विध्वंसक हथियार... Hindi · कविता 375 Share Shekhar Chandra Mitra 12 Apr 2023 · 1 min read फिरकापरस्ती ये फ़िरक़ा और नस्ल की सरहदें ये धर्म और जाति की दीवारें! दुनिया को कहां ले जाएंगी ये मुल्क और कौम़ की तकरारें!! इससे पहले कि, ऐ साथी देर हो... Hindi · कविता 405 Share Shekhar Chandra Mitra 12 Apr 2023 · 1 min read किसका चौकीदार? जब जनता रहती फुटपाथों पर तो वह महलों में क्यों रहता है? जब जनता रहती चिथड़े पहने तो वह सुट-बुट क्यों पहनता है? अगर सचमुच देश का सेवक है तो... Hindi · कविता 292 Share Page 1 Next