Sheela Gahlawat Seerat Tag: गीत 9 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sheela Gahlawat Seerat 23 Aug 2021 · 1 min read दिन ढले (मनकों की माला) बन जाऊंगी मैं तेरी माला यादों में पिरोके रखना माला तुम जब जाप जपे मनकों का माला यादों की ही जपना माला सांझ- सवेरे, दिन ढले, गौधूली बेला तुम मंत्र... Hindi · गीत 2 2 286 Share Sheela Gahlawat Seerat 11 Aug 2021 · 1 min read हरियाली छाग्गी हे रै खेतामं हरियाली छाग्गी रूत सामण की आग्गी नाहन्नी- नाहनी बूंद पडै सै गोड्ड चडग्गा पानी सै छोरियां के आग्गै संधारे बाग्मं झूल झूलन जारी सै हे रै बाग्मं... Hindi · गीत 7 6 433 Share Sheela Gahlawat Seerat 9 Aug 2021 · 1 min read ऊंची डाली झूला झूलन बाग मैं जाऊगी संग सहेलियों संग मैं जाऊँ गी हाथों में मेहदी रचा कर माँ मैं चूड़ी पहन हरी- हरी मैं जाऊँगी सबसे ऊंची डाली छूकर आऊँ माँ... Hindi · गीत 3 1 437 Share Sheela Gahlawat Seerat 8 Aug 2021 · 1 min read भीगे तन-मन न छतरी सावन आया झुम के सावन आया बादल बरसे बिजली चमकी, आया रंग- बिरंगी छतरी ले कर सावन आया भीगे तन-मन न छतरी बाजार से लाया नील गगन अदभुत आभा, जो... Hindi · गीत 3 2 563 Share Sheela Gahlawat Seerat 6 Aug 2021 · 1 min read मन मन (मन ने मन को खोज लिया) मन (गीत) मन ने मन को तोड़ दिया मन से मन को जोड लिया तुम रहते थे जिस मन में उस घर को... Hindi · गीत 4 3 396 Share Sheela Gahlawat Seerat 3 Aug 2021 · 1 min read तेरी याद का मौसम आया सै फेर लौट कै सामण आया सै तेरी याद्दा का मौसम लाया सै फेर मिलै ना मिलै उन राहों पे हमसे यो बतलावण आया सै मिस्री के जैसा मीठा बरसेगा हम-... Hindi · गीत 4 5 463 Share Sheela Gahlawat Seerat 21 Jul 2021 · 1 min read मेरा साजन आया सै(गीत) हरियाणवी मेरा साजन आया सै (गीत) हरियाणवी महका- महका सा सावन आया सै मन्नै लाग्यै मेरा साजन आया सै मस्त दीवानी सी बावली हीर झुमै बाद मुद्दत के घर राझना आया... Hindi · गीत 2 2 452 Share Sheela Gahlawat Seerat 16 Jul 2021 · 1 min read चौमासा ( प्यार की सौगात) गीत जुगनू चमक रहा है बादल भी गरजा है नील गगन घनघोर ठुमक- ठुमक बरसा है सुन- सुन रे पपीहा तन- मन भीग रहा है बागों में हरियाली छाई चौमासे... Hindi · गीत 2 4 1k Share Sheela Gahlawat Seerat 10 Jul 2021 · 1 min read पल्लू पकड़े जाती बिछड़ कर जा रहे साथी यादें पल्लू पकड़े जाती सन्नाटा छाया चहुँ दिशा मैं किससे कह पाती ये फूल भी हैं बिखरे........ माला भी टूटी जाती दिल की गुफा में... Hindi · गीत 5 4 521 Share