Shashi kala vyas Tag: बाल कविता 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shashi kala vyas 27 Jul 2021 · 1 min read *"रेल चली"* रेल चली छुक छुक करके आती रेल , चुन्नू मुन्नू आओ जल्दी से , हम सब मिलकर खेले खेल , उछल कूद अजब गजब खेल। छुक छुक कर सीटी बजाते... Hindi · कविता · बाल कविता 5 6 436 Share Shashi kala vyas 27 Jul 2021 · 1 min read *"बिल्ली रानी"* बिल्ली रानी बड़ी सयानी , चूहे को देखके झपटने आई। बिल से निकल जब चूहा भागा , बिल्ली ने देख तब दौड़ लगाई। पकड़म पकड़ाई खेल खेलते , चूहा बिल्ली... Hindi · कविता · बाल कविता 5 3 706 Share Shashi kala vyas 27 Jul 2021 · 1 min read *"कागज की नाव"* *"कागज की नाव"* बारिश के पानी में भींगते जाते , छप छप करते पांव थिरकते , रंग बिरंगी छतरी हाथों में लेते , इधर उधर गोल घुमाते रहते। बारिश में... Hindi · कविता · बाल कविता 5 5 864 Share Shashi kala vyas 5 Jun 2021 · 1 min read *"आओ हम वृक्ष लगाए"* *आओ हम वृक्ष लगाए* कोरोना काल में घर से बाहर निकल न पाते। घर की बगिया में क्यारियां बना वृक्षारोपण करते। जमीन की मिट्टी में बीज खाद डाल पानी सींच... Hindi · कविता · बाल कविता 3 5 441 Share Shashi kala vyas 25 May 2021 · 1 min read वात्सल्य *"वात्सल्य"* नन्हें मुन्ने बच्चों की किलकारियां , घर की रौनक खुशियों का ठिकाना न रहती। ठुमक ठुमक जब पग कदम धरे , पांव पैजनिया सारी थकान दूर कर देती। चाँद... Hindi · कविता · बाल कविता 2 4 315 Share