Suresh Kant Sharma 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Suresh Kant Sharma 21 Jul 2016 · 1 min read प्रियतमा ख्यालो की बगीया हो फूलो की क्यारी हो पूनम की चाँदनी चकोर की दीवानगी और सपनो की रवानी हो पल में जीना पल में मुरझाना दर्पण के जैसी नादानी हो... Hindi · कविता 1k Share Suresh Kant Sharma 21 Jul 2016 · 1 min read तेरी याद लम्हा - लम्हा महक उठता है आसपास , जब भूली - बिसरी यादों में, रौशन चिराग़ मिलते हैं ॥ तुम कहा हम कहा का इजहार बहता रहे, दिलो मे बिती... Hindi · कविता 413 Share Suresh Kant Sharma 21 Jul 2016 · 1 min read नाचतीं काली घटाएँ थिरकती बरसात नाचतीं काली घटाएँ थिरकती बरसात है इक कहानी बनके आई ये सुहानी रात है झूमता फिरता पवन बिन साजन जिया मे आग लगावे नशीले झोंके नैनो मे विरह के घन... Hindi · कविता 611 Share Suresh Kant Sharma 6 Jun 2016 · 1 min read बाबुल बाबुल की सोन चिरैया अब बिदा हो चली महकाएगी किसी और का आँगन वो नाजुक सी कली माँ की दुलारी बिटिया वो प्यारी आँसू लिए आँखों में यादें लिए मन... Hindi · कविता 1 658 Share