शालिनी साहू Tag: ग़ज़ल/गीतिका 7 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid शालिनी साहू 10 Jul 2017 · 1 min read बता क्यूँ नहीं देते..... एक बार ही जी भर के सजा क्यूँ नहीं देते इन रूढ़ियों, परम्पराओं को मिटा क्यूँ नहीं देते! . जन्म से ही पाप समझी जाती हैं बेटियाँ इन गलतफहमियों को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 317 Share शालिनी साहू 22 Jun 2017 · 1 min read शाम न हो जाए... आ लौट चले बसेरे पर अपने सुर्ख शाम न हो जाए! उन्नींदी आँखों में तेरी परछाई फिर आम न हो जाए! . जाना है दूर तलक अभी कुछ पल ठहरते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 482 Share शालिनी साहू 5 May 2017 · 1 min read जिन्दगी का सफर बहुत खुशनुमा रहा ज़िन्दगी का सफर चलती रही तुम साये की तरह दर-बदर! . आँखें खुले तो चेहरा तुम्हारा सामने जाने कैसे छूट गया फिर भी सफर! . मलाल इसका... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 242 Share शालिनी साहू 1 May 2017 · 1 min read पुराने शहर के मंजर निकलने लगते हैं! पुराने शहर के मंजर निकलने लगते हैं आँखें जहाँ भी खुले समन्दर निकलने लगते हैं! . नसीहत है प्रेम तुम्हारा मेरे लिए अब तो हर दिल में खंजर निकलने लगते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 347 Share शालिनी साहू 19 Apr 2017 · 1 min read मुश्किलों को नाकाम करना.. हर पहलू पर काम करना परेशानियों को हमेशा नाकाम करना . मिल जाये गर समन्दर में मोती अपनी हसरतों को दिल से सलाम करना! . संघर्ष की दुनियाँ है परेशान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 255 Share शालिनी साहू 12 Apr 2017 · 1 min read हर घड़ी कदम बढ़ाते रहो... हर घड़ी कदम बढ़ाते रहो मुश्किलों के बीच रास्ता बनाते रहो! . ठहर कर पानी भी दुर्गन्ध देता है ठहरो नहीं ज़िन्दगी में मुस्कुराते रहो! . लक्ष्य तक पहुँचाना है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 260 Share शालिनी साहू 30 Mar 2017 · 1 min read यादों के सहारे एक दिन और गुजर गया तुम सबकी यादों के सहारे! . दृढ़ता भी है संकल्प भी है संजोये जो ख्वाब है पापा तुम्हारे! . जाना है दूर तलक अभी बाकी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 213 Share