Shakuntla Shaku Tag: ग़ज़ल/गीतिका 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Shakuntla Shaku 5 Nov 2018 · 1 min read नवनीत सी रात हो दर्द रोने से दूर होता नही,शब्द इनको बना लो तो कुछ बात हो पीर के मेघा पलकों में छाए मगर, अश्रु मोती के किंचित धरा पर गिरे नेह के दीप... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 278 Share