Shaily Tag: कविता 27 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shaily 6 Feb 2024 · 1 min read राज़ की बात उतरते भादों के बारिश की रात, उजले आकाश से बूँदों की बौछार, चुप-चुप सी सड़कों पर पानी की पदचाप जैसे ये वर्षा भी ढूँढती हो छांँव… सन्नाटा घर का और... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · पद चाप · भादों · रात की बात · सिमसिमा 2 173 Share Shaily 6 Feb 2024 · 1 min read नादानी ये आसमान में, अकेला, टँगा हुआ सूरज.... युगों से किसके लिए ख़ुद को जलाता होगा? कोई तो होगा क़ायनात में वो संग - ए - दिल देखता होगा तमाशा, तमाशबीनों... Poetry Writing Challenge-2 · अकेला · अकेला सूरज · कविता · दिल का मामला · मय्यत 3 136 Share Shaily 6 Feb 2024 · 1 min read फ़र्ज़ ... फ़र्ज़ पूछो उस दिये से, जो लड़ा था आँधियों से, एक मोती बन गयी और कीच में मसली गयी उस बूँद से भी… जल रही, अनवरत काया और हृद उस... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · चिरायंध · जलता रहा · दुर्गंध · सैनिक 3 2 167 Share Shaily 6 Feb 2024 · 2 min read क्या हुआ ??? चौंकते क्यों हो मुझे सिगरेट पीता देख के? क्या हुआ पी ली सुरा ठेके पे मैंने बैठ के? क्या हुआ जो ले लिया सुट्टा चिलम को थाम के छान कर... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · चिलम · भांग · मदिरा · सुट्टा 3 182 Share Shaily 6 Feb 2024 · 1 min read आकर्षण मृत्यु का चाकू की धार में, खंजर की चमकार में, दुधारी करवाल में... अजीब सी रम्यता होती है तलवार की झपक में, आग की लपट में, ज़हर की धधक में... नामालूम सी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · खिंचाव · वशीकरण · संकर्षण · सम्मोहन 1 2 140 Share Shaily 6 Feb 2024 · 1 min read व्हाट्सएप युग का प्रेम व्हाट्स ऐप खोला तेरी चैट पर वो छोटा हरा गोला तीसरे दिन उभरा है पतझड़ के आख़िरी पट्टे सा झर जायेगा जो हाथ लगाया छोड़ दिया है ताकि बना रहे... Poetry Writing Challenge-2 · Digital Age · कविता · प्यार प्रेम · फॉरवर्ड · भरम 1 155 Share Shaily 6 Feb 2024 · 1 min read आधा - आधा इन्सान, शैतान, भगवान, नहीं एक समान हैं अलग-अलग श्रेणियांँ हैं, भिन्न-भिन्न काम हैं शैतान बुराइयों का राजा, भगवान अच्छाइयों का अधिष्ठाता होता है इन्सान इन दोनों का आधा-आधा वंश होता... Poetry Writing Challenge-2 · अच्छाई-और-बुराई · अंश · इन्सान क्या शैतान · कविता · देवत्व 174 Share Shaily 6 Feb 2024 · 1 min read बेचारी माँ नौ माहों तक लिए उदर में, वह दिन-रात हुलसती थी। बड़े चाव से पुत्रजन्म की, बाट जोहती रहती थी। पड़े उदर में इधर-उधर करते, जब लात चलाते थे। फूले हुए... Poetry Writing Challenge-2 · 11 माँ · अवहेलना · कविता · बूढ़ी हुई · मूल्य चुकाना है 1 138 Share Shaily 6 Feb 2024 · 2 min read काश ! ! ! कुछ बात थी तुझमें तेरे मधु बोल मन को खींचते थे, मुग्ध हो कर देखती, व्यक्तित्व तेरा मोहता था- चाहतों की चाशनी दिल पर चढ़ी थी… वह प्यार था! इक... Poetry Writing Challenge-2 · आस्था की कमी · कविता · टूटा दिल · राह मुड़ गई · विश्वास 2 152 Share Shaily 5 Feb 2024 · 1 min read सत्य संकल्प यदि डूब रहा है सूर्य आज, कल पुनः उदित हो जायेगा आशा का यह कंपित दीपक, कल ज्योति नयी पा जायेगा कोई सागर, कोई पर्वत, बाधा बन सम्मुख ना होगा... Poetry Writing Challenge-2 · आँख मिलाना · कविता · गिरिवर · दृढ़ता · बाधाएं 2 131 Share Shaily 5 Feb 2024 · 2 min read मुखौटे असली-नकली चेहरे वाले, इनसान यहाँ क्यों रहते हैं ? चेहरे को छिपा मुखौटे में, आपस में मिलते रहते हैं ? ऐसे में कौन मिला किससे, क्या हासिल है इस परिचय... Poetry Writing Challenge-2 · असलियत · असली नकली · कविता · चहरे पर चेहरा · पहचान 1 140 Share Shaily 5 Feb 2024 · 1 min read बारिश की मस्ती निकला था मैं मस्ती में, बारिश की इक छुट्टी में छाता लेकर चलता था रेनी- शू भी पहना था फुर्ती-चुस्ती से बढ़ता बस्ती से बाहर निकला मौसम ने पल्टा खाया... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · घर पंहुचा · डूब गया · पानी पानी · बारिश 1 214 Share Shaily 5 Feb 2024 · 1 min read भीष्म के उत्तरायण मृत्यु आतुर भीष्म के उत्तरायण का क्या करें? साँझ की बढ़ती हुई परछाइयों का क्या करें? घट रहे दिन और बढ़ती रात्रियों का क्या करें? शिशिर के इन क्षीण दिन... Poetry Writing Challenge-2 · उत्तरायण · कटे हाथ · कविता · ठिठुरन · वोटर 2 134 Share Shaily 5 Feb 2024 · 2 min read बिछोह विचलित, हतप्रभ, वो कभी इधर जाती कभी उधर ना उसे ध्यान था वस्त्रों का न आसपास के लोगों पर नज़र बदहवास उसके पास पहुँच जाती उसे बोलने को आँखें खोलने... Poetry Writing Challenge-2 · उन्माद · कविता · मृत्यु · रुदन · शिकायत 1 144 Share Shaily 5 Feb 2024 · 1 min read क्यों इन्द्रदेव? एक रात सपने में मिल गए इंद्र, वही चण्द्रमा के फ्रेंड, 'अहिल्या-फेम, देवराज इंद्र, इंद्र तो इंद्र थे, तेज से दमकते थे, अपनी सहस्त्र नेत्रों के साथ दिव्य भी लगते... Poetry Writing Challenge-2 · अहल्या · कविता · देवराज इंद्र · लिंग · श्राप 1 152 Share Shaily 5 Feb 2024 · 1 min read अजनबी !!! ओ अजनबी! काश तुम आ जाते, कुछ अंतरंग पल साथ में बिताते देह गंध से सुवासित कुछ क्षण शायद अमिट हो जाते विधि की तूलिका से चित्रित हो जाते क्षितिज... Poetry Writing Challenge-2 · अमरत्व · कविता · प्रेम गीत · मिल जाते · साथ और प्यार 1 162 Share Shaily 5 Feb 2024 · 1 min read गये ज़माने की यादें टुकड़ा-टुकड़ा, उखड़ा-उखड़ा दिन बीता करता है, गये ज़माने की यादों में बूढ़ा मन खोया रहता है माँ की गोद, बाप का काँधा, दादी माँ की लोरी नीम तले का पड़ा... Poetry Writing Challenge-2 · कबरी बिल्ली · कविता · गैया · बूढ़ा मन · वृद्धाश्रम 2 132 Share Shaily 5 Feb 2024 · 1 min read विडम्बना कल मेरे साथ एक हादसा हो गया ट्रेन से टक्कर खाकर सिर मेरा खुल गया छोटा 'दिमाग़' मेरा वहीं, कहीं गिर गया जादू हुआ जैसे खुला सिर जुड़ गया होश... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · त्रासदी · दिमाग · पति · हादसा 1 123 Share Shaily 5 Feb 2024 · 1 min read कृषक तपता सूरज, जलती धरती, नंगे पाँव न, सिर पर पगड़ी श्रम सीकर से देह नहायी अथक परिश्रम, सतत लड़ायी जीवन में कितनी कठिनायी, दृढ़ है तू, यह नहीं ढिठाई, आज... Poetry Writing Challenge-2 · अन्न · कविता · किसान अन्नदाता · तपता सूरज · श्रमसीकर 1 201 Share Shaily 5 Feb 2024 · 1 min read गौरवशाली भारत भारत का इतिहास पुराना, कितना गौरवशाली है, इसके धन और वैभव की, गाथायें, बहुत निराली हैं, सम्राटों के स्वर्ण-मुकुट पर, हीरे शोभा पाते थे, रत्नजटित मंदिर, प्राचीरें, दर्शक को चौंकाते... Poetry Writing Challenge-2 · अरिदल · कविता · मन्दिर · राजमुकुट · हीरे मोती 2 2 168 Share Shaily 5 Feb 2024 · 2 min read करगिल के वीर करगिल के जो थे बलिदानी, उनकी भी थी प्रेम कहानी उनके सीनों में भी दिल था चढ़ता यौवन, मस्त जवानी कुछ वे जिनका ब्याह हुआ था कुछ की केवल हुई... Poetry Writing Challenge-2 · करगिल · कविता · बलिदानी · वैधव्य · सेना 2 164 Share Shaily 5 Feb 2024 · 1 min read प्रतीक्षा ये उदास सी शाम कुछ लोहित सा आसमान सूरज भी ऊबा सा समुद्र के तट पर लेटा आख़िरी किरण के डूबने का इंतज़ार करता था इंतज़ार मुझे भी था अंधेरा... Poetry Writing Challenge-2 · इन्तजार · उदासी · कविता · टूटा दिल · हंसता रुलाता 1 162 Share Shaily 5 Feb 2024 · 1 min read सम्बन्ध परिवार दरख़्त की तरह, एक जड़ से उग कर शाख, पल्लव में फैलते जाते बच्चे, युवा और बुज़ुर्ग, सौमानस्य से रहते बसेरा पाते साए में पथिक, पशु-पक्षी, मधुप गुंजार करते... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · दुख · पत्ते · परिवार · पेड़ 2 182 Share Shaily 5 Feb 2024 · 1 min read बेड़ियाँ अपेक्षायें, कुछ इच्छाएं कामनायें और सपने सताते हैं जब क़दम बढ़ाते ही मान्यताओं के गड्ढे आ जाते हैं उठते हुए पांव रोक दिये जाते हैं परम्पराओं की रस्सी से बाँधा... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · बन्धन · बेड़ियां · सनातन परम्पराएं · स्त्री 1 184 Share Shaily 5 Feb 2024 · 1 min read जय महादेव जै महेश, वीरभद्र, वैद्यनाथ, पार्य, शर्व धरा धरेन्द्र नंदिनीपती शशांक शेखरा जयतु, जयतु महादेव, सोमनाथ शंकरा… मस्तक पर अग्नि धार, काया पर भस्म ढार तांडव में लीन शिव, अग्नि-स्फुलिंग सम... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · प्रार्थना · महादेव · शंकर · स्तुति 2 227 Share Shaily 8 Feb 2023 · 1 min read कितने फ़र्ज़? फ़र्ज़ पूछो उस दिये से, जो लड़ा था आँधियों से, एक मोती बन गयी और कीच में मसली गयी उस बूँद से भी… जल रही, अनवरत काया और हृदय उस... Hindi · कर्तव्य · कविता · कुचली गयी · सीप में मोती · स्वयं भू प्रभु 1 5 232 Share Shaily 25 Apr 2022 · 2 min read पिता, इन्टरनेट युग में जिसने तुमको जन्म दिया है, उसको क्या दे पाओगे! फ़ादर्स डे पर, अपने पप्पा को कितना बहलाओगे? गूगल या पेपर से पढ़ कर, याद तुम्हें भी आती है, बूढ़े पापा... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 6 9 358 Share