डॉ.सीमा अग्रवाल Tag: दोहे 10 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ.सीमा अग्रवाल 2 May 2024 · 1 min read बची रहे संवेदना... सुख-दुख सबके एक हों, रहे न जरा दुराव। बची रहे संवेदना, बना रहे सद्भाव।। हित औरों का सोचना, अपनी इच्छा मार। बने यही संवेदना, जीवन का आधार।। © सीमा अग्रवाल... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · दोहे 1 16 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Apr 2024 · 1 min read बाट तुम्हारी जोहती, कबसे मैं बेचैन। बाट तुम्हारी जोहती, कबसे मैं बेचैन। पलभर भी फिरते नहीं, इधर तुम्हारे नैन।। चंदा तारों में रमा, तकती राह चकोर। फेर मुँह एक बार तो, देखे उसकी ओर।। © सीमा... Hindi · Quote Writer · दोहे 18 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 9 Feb 2024 · 1 min read रूप मधुर ऋतुराज का, अंग माधवी - गंध। रूप मधुर ऋतुराज का, अंग माधवी - गंध। लेखक लेकर लेखनी, लिखते ललित निबंध।। साथी मैन बसंत का, लगा रहा मन-घात। कोयल काली कूक कर, करे कुठाराघात।। © सीमा अग्रवाल Hindi · Quote Writer · दोहे 1 66 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 28 Jan 2024 · 1 min read दोहे एकादश... नैनों में प्रिय तुम बसे, अधर तुम्हारा नाम। एक इशारा तुम करो, चलूँ तुम्हारे धाम।।१।। धंधा करते झूठ का, दावे करते नेक। सिर्फ एक या दो नहीं, देखे यहाँ अनेक।।२।।... Poetry Writing Challenge-2 · दोहे 1 84 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 1 Jan 2024 · 1 min read आप सभी को नववर्ष की हार्दिक अनंत शुभकामनाएँ आने वाले साल से, कहे पुराना साल। रहे अधूरे काम जो, आकर उन्हें सँभाल।। आने वाले साल से, कहे पुराना साल। तेरा भी इक साल में, होगा मुझसा हाल।। तू... Hindi · Quote Writer · दोहे 2 142 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 13 Nov 2023 · 1 min read माटी तेल कपास की... जलें तेल अरु वर्तिका, दीप बने आधार। तीनों के गठजोड़ से, अँधियारे की हार।। माटी तेल कपास की, तिकड़ी बनी मिसाल। अँधियारे को बेधने, बुनती जाल कमाल।। © सीमा अग्रवाल... Hindi · दोहे 2 135 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 28 Oct 2023 · 1 min read आज रात कोजागरी.... शरद पूर्णिमा पर करें, कोजागर उपवास। जाग्रत रहते जन जहाँ, होता श्री का वास।। धरती ने धारण किया, मोहक हीरक हार । शीतल नूतन भाव का, कन-कन में संचार ।।... Hindi · दोहे 2 102 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 12 Oct 2023 · 1 min read अपने-अपने काम का, पीट रहे सब ढोल। अपने-अपने काम का, पीट रहे सब ढोल। फर्क न कुछ हम पर पड़े, तू भी अपनी बोल।। सिर्फ दिखावा-शान में, कहकर झूठी बात। करते साबित तुम स्वयं, ओछी अपनी जात।।... Hindi · Quote Writer · दोहे 4 364 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 6 Oct 2023 · 1 min read ताप जगत के झेलकर, मुरझा हृदय-प्रसून। ताप जगत के झेलकर, मुरझा हृदय-प्रसून। बाँध सब्र का टूटता, मिलता नहीं सुकून।। और परीक्षा लो कड़ी, आएँ मुँह तक प्राण। जितनी जल्दी हो प्रभो, पा लूँ जग से त्राण।।... Hindi · Quote Writer · दोहे 2 299 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 3 Oct 2023 · 1 min read हरकत में आयी धरा... हरकत में आयी धरा, लाजिम उसका क्रोध। हद से बढ़ते जुल्म जब, कौन न ले प्रतिशोध।। हुए तब्दील अश्म में, पल में भौतिक भोग। चित्रलिखित से देखते, हक्के-बक्के लोग।। धरती... Hindi · दोहे 3 229 Share