डॉ.सीमा अग्रवाल Tag: प्रणय के मुक्तक 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ.सीमा अग्रवाल 5 Aug 2024 · 1 min read चला आया घुमड़ सावन, नहीं आए मगर साजन। चला आया घुमड़ सावन, नहीं आए मगर साजन। टपकती छत सतत मेरी, छवाऊँ तो कहाँ छाजन ? दुलारा है तुम्हारा ये, मगर मुझको सताता है। कहो भोले मुझे ही क्यों,... Hindi · Quote Writer · प्रणय के मुक्तक 1 61 Share