Savitri Rana 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Savitri Rana 17 Nov 2018 · 1 min read ज़मीर सुनने में अच्छे लगते जुमले, जिस पर पडती वही रोता है , ईश्वर के बनाए सब इंसा, फिर क्यों ऐसा होता है! एक के लिए सब साज सामान , दूजा... Hindi · कविता 2 2 523 Share Savitri Rana 6 Nov 2018 · 1 min read माँँ दो अक्षरों का शब्द लघु "माँ " फलक नभ सा लिए विस्तार , जननी ,पालिका ,मार्गदर्शिका,प्रथम पाठ की माँ शिक्षिका . नवाँकुर की जीवनदात्री ,कितनी छवियाँ सहज उभरती , स्मृति... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 10 49 1k Share