सौरभ संतांश Tag: कविता 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सौरभ संतांश 11 May 2020 · 1 min read जिंदगी की पलकों पर ऐ ज़िंदगी, हम तो चले थे खुले आसमान में ऊँची उड़ान भरने, पर कम्बख़त वक्त ने हवा में उड़ा दिया तन्हा धुवा जैसे, बड़े अरमान थे तुझसे ये जिंदगी तेरी... Hindi · कविता 9 380 Share सौरभ संतांश 8 May 2020 · 1 min read जज़्बात की मुलाकात कुछ लोग ,कुछ शहर ,कुछ सफ़र अच्छे होते हैं। पर कुछ शहर के सफ़र में कुछ लोग़ बड़े अच्छे होते है।। कुछ बातें ,कुछ मुलाक़ातें,कुछ लम्हें अच्छे होते हैं। पर... Hindi · कविता 14 10 672 Share