सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण' Tag: ग़ज़ल 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण' 12 Jun 2023 · 1 min read बहरूपिया मन (१२२२*४) रहे ना साथ जब छाया, चले तब संग सूनापन। कुतर्कों की हृदय में बस करे घण्टी झनन-झन-झन। लगे जब प्रश्न चिंतन के सु-द्वन्दों का मुकुट गढ़ने, तभी तो बैठ... Hindi · ग़ज़ल 130 Share