सत्य कुमार प्रेमी Tag: ग़ज़ल 17 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सत्य कुमार प्रेमी 21 Jan 2024 · 1 min read एक दिन जब वो अचानक सामने ही आ गए। ग़ज़ल 2122/2122/2122/212 एक दिन जब वो अचानक सामने ही आ गए। उनसे जब नजरें मिली तो देख कर शरमा गए। दान दाता की तरह उनके ही चर्चे हैं बहुत, छीन... Hindi · ग़ज़ल 155 Share सत्य कुमार प्रेमी 21 Jan 2024 · 1 min read बात क्या है कुछ बताओ। गज़ल- 2122/2122 बात क्या है कुछ बताओ। इस तरह से मत सताओ।1 हम भी कहना चाहते कुछ, पहले तुम अपनी सुनाओ।2 पल खुशी के याद रखना, दर्द गम सब भूल... Hindi · ग़ज़ल 114 Share सत्य कुमार प्रेमी 21 Jan 2024 · 1 min read याद करने के लिए बस यारियां रह जाएंगी। गज़ल 2122/2122/2122/212 याद करने के लिए बस यारियां रह जाएंगी। या लिखी थीं जो कभी वो चिट्ठियां रह जाएंगी।1 जाति धर्मों में अभी तक हम सभी जकड़े हुए, तोड़ दो... Hindi · ग़ज़ल 1 129 Share सत्य कुमार प्रेमी 21 Jan 2024 · 1 min read पहले नाराज़ किया फिर वो मनाने आए। ग़ज़ल 2122/1122/1122/22(112) पहले नाराज़ किया फिर वो मनाने आए। ज़ख्म देकर वही मरहम भी लगाने आए। मेरे कंधे से वो बंदूक चलाने आए। खुद को पीनी थी मगर मेरे बहाने... Hindi · ग़ज़ल 198 Share सत्य कुमार प्रेमी 21 Jan 2024 · 1 min read मेरा तेरा जो प्यार है किसको खबर है आज तक। गज़ल (कठिन बहरों में से एक बहर, पर एक कोशिश) 2112/1212/2112/1212 मेरा तेरा जो प्यार है किसको खबर है आज तक। दुनियां न जान पाई इक राहे गुजर है आज... Hindi · ग़ज़ल 168 Share सत्य कुमार प्रेमी 21 Jan 2024 · 1 min read इत्तिफ़ाक़न मिला नहीं होता। गज़ल 2122/1212/22(112) इत्तिफ़ाक़न मिला नहीं होता। प्यार तुमसे हुआ नहीं होता। कोई दुनियां से हो बड़ा लेकिन, माॅं से कोई बड़ा नहीं होता।2 बिन तपाए मियां करो कुछ भी, कोई... Hindi · ग़ज़ल 135 Share सत्य कुमार प्रेमी 21 Jan 2024 · 1 min read जो खत हीर को रांझा जैसे न होंगे। गज़ल 122/122/122/122 जो खत हीर को रांझा जैसे न होंगे। किसी और के हों हमारे न होंगे। हमारे मिलन की करें याद ताजा, कभी खत तुम्हारे पुराने न होंगे। किसी... Hindi · ग़ज़ल 225 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 Jan 2024 · 1 min read इत्तिफ़ाक़न मिला नहीं होता। गज़ल 2122/1212/22(112) इत्तिफ़ाक़न मिला नहीं होता। प्यार तुमसे हुआ नहीं होता। कोई दुनियां से हो बड़ा लेकिन, माॅं से कोई बड़ा नहीं होता।2 बिन तपाए मियां करो कुछ भी, कोई... Hindi · ग़ज़ल 144 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 Jan 2024 · 1 min read जन्मदिन पर आपके दिल से यही शुभकामना। ग़ज़ल 2122/2122/2122/212 जन्मदिन पर आपके दिल से यही शुभकामना। आप दुनियां के लिए बनकर रहे इक आइना।1 आप जो भी ठान लेंगे करके वो दिखलाएंगे। जिंदगी में लक्ष्य जो भी... Hindi · ग़ज़ल 152 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 Jan 2024 · 1 min read बहुत कुछ पढ़ लिया तो क्या ऋचाएं पढ़ के देखो। गज़ल 1222/1222/1222/122 बहुत कुछ पढ़ लिया तो क्या ऋचाएं पढ़ के देखो। जो हाथों में हैं किस्मत की लकीरें पढ़ के देखो।1 निरंतर खोज में रहतीं न जाने खोजतीं क्या,... Hindi · ग़ज़ल 176 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 Jan 2024 · 1 min read खुद देख सको देखो ये हाल तुम्हारे हैं। गज़ल 221/1222/221/1222 खुद देख सको देखो ये हाल तुम्हारे हैं। जीवन में अंधेरा है दिन रात उजाले हैं।1 दुनियां है ये उनसे ही इस भ्रम में वो जीते हैं। लगता... Hindi · ग़ज़ल 82 Share सत्य कुमार प्रेमी 12 Dec 2023 · 1 min read यूं ही हमारी दोस्ती का सिलसिला रहे। गज़ल 221/2121/1221/212 यूं ही हमारी दोस्ती का सिलसिला रहे। हाथों में हाथ हों न हों पर दिल मिला रहे।1 गुलशन की रंग-ओ-खशबू बिखरती रहे सदा, हर फूल डाली पर यूं... Hindi · ग़ज़ल 1 260 Share सत्य कुमार प्रेमी 12 Dec 2023 · 1 min read वो जिसने दर्द झेला जानता है। गज़ल 1222/1222/122 वो जिसने दर्द झेला जानता है। वो पल पल कैसे टूटा जानता है।1 ग़रीबी या अमीरी में पला जो, कहां मिलता है सोना जानता है।2 सफलता भी उसे... Hindi · ग़ज़ल 1 125 Share सत्य कुमार प्रेमी 12 Dec 2023 · 1 min read हम न रोएंगे अब किसी के लिए। गज़ल 2122/1212/22(112) हम न रोएंगे अब किसी के लिए। है तेरी आरज़ू खुशी के लिए।1 तू है अनजान ये ही मान लिया। कौन रोता है अजनबी के लिए।2 प्यार का... Hindi · ग़ज़ल 289 Share सत्य कुमार प्रेमी 12 Dec 2023 · 1 min read सभी गम दर्द में मां सबको आंचल में छुपाती है। गज़ल 1222/1222/1222/1222 सभी गम दर्द में मां सबको आंचल में छुपाती है। अभी भी ऐसा लगता है कि मां लोरी सुनाती है।1 किया इज़हार जिससे प्यार का इनकार ही पाया,... Hindi · ग़ज़ल 262 Share सत्य कुमार प्रेमी 12 Dec 2023 · 1 min read मुनाफे में भी घाटा क्यों करें हम। ग़ज़ल 1222/1222/122 मुनाफे में भी घाटा क्यों करें हम। जो सुख है दुख की चिंता क्यों करें हम।1 कोई इंसान हो अपना पराया, किसी के साथ धोका क्यों करें हम।2... Hindi · ग़ज़ल 148 Share सत्य कुमार प्रेमी 12 Dec 2023 · 1 min read गम के पीछे ही खुशी है ये खुशी कहने लगी। ग़ज़ल 2122/2122/2122/212 गम के पीछे ही खुशी है ये खुशी कहने लगी। मौत से ही जिंदगी है जिंदगी कहने लगी।1 तुम उतर जाओ गले तो चैन कुछ आ जाएगा। ओस... Hindi · ग़ज़ल 177 Share