Sarita Pandey Tag: कविता 21 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sarita Pandey 23 Feb 2023 · 1 min read मजदूर क'रोड़ों के घर बनाता है वो, और, रोड़ों पर रहता है वो। लोगों के सपने सच करता है वो, खुद के सपने आँखों में रखता है वो। घर पा कर... Hindi · कविता 259 Share Sarita Pandey 4 Feb 2021 · 1 min read कुछ ख़त मोहब्बत के प्रिय (अज्ञात) कुछ ख़त मोहब्बत के लिखे तो थे तुम्हें मगर लिखकर फाड़ दिए। मन में इक अनजाना सा भय यही की तुम क्या सोचोगे मेरे व्यक्तित्व के बारें में?... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 47 665 Share Sarita Pandey 16 Dec 2020 · 1 min read तुमने क्या पाया? ऐ कोरोना! तुमने क्या पाया? ऐ कोरोना! पर हाँ,हमने बहुत कुछ खोया ऐ कोरोना! खो दिया हमने अपनों को, अपने भविष्य को और अपने बहुत सारे लोगों को। खो गई हमारी आशायेँ,... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 10 41 804 Share Sarita Pandey 15 Jan 2020 · 1 min read जलता जंगल जल रहा था वो जंगल बेतहाशा देख रहा था वो मानव ये क्रूर तमाशा चीखें सुन रहा था ना जानें क्यूँ चुपचाप साज़िश थी कोई या हुआ था ये सब... Hindi · कविता 2 2 601 Share Sarita Pandey 12 Jul 2019 · 2 min read "पक्षी रे मनुष्य,तू क्यों नही संभलता है? दुख निस्सहायों का, तू क्यों नही समझता है? देती हूँ दाना रोज पक्षियों को, पहल-पहल वो पास आने से घबराते थे, दाना खाने में... Hindi · कविता 1 530 Share Sarita Pandey 29 Oct 2018 · 1 min read "माँं" ममता को शब्दों में बाँधने की चुनौती है आज, कहते है वो "माँ"पर लिखो, कम शब्दों में लिखो। क्या लिखूँ? समझ नही पा रही, ममता से भरी तेरी छवि को... Hindi · कविता 2 2 422 Share Sarita Pandey 2 Aug 2018 · 1 min read आज ये बारिश 1) क्यों है शोर हवाओं में, बूँदों ने तो बवाल ही मचाया है। बिजलियों के क्या कहने, क्षण-क्षण आकर मुझको डराया है। 2) आज ये क्या हुआ मौसम को, घन... Hindi · कविता 472 Share Sarita Pandey 15 May 2018 · 1 min read "शब्द" शब्द हँसाते है ,शब्द रुलाते है ,शब्द ही मन पर बड़े गंभीर बाण चलाते है। अपनों को दूर ले जाते है पऱायों को पास लाते है। शब्द ही है जो... Hindi · कविता 286 Share Sarita Pandey 10 May 2018 · 2 min read बेटी मैंं कल भी तेरे साथ थी मैंं आज भी तेरे साथ हूँ,जब पहली बार तू मेरे गर्भ मेंं पनपी थी मेरी खुशी। तेरे पैदा होने पर निहाल हुई, मैंं ममता... Hindi · कविता 599 Share Sarita Pandey 9 May 2018 · 1 min read एक तराजू सच्चाई का एक तराजू सच्चाई का आओ समस्याओंं को तौला जाय, एक पलड़े मेंं आरक्षण रखे, एक पलड़े मेंं असहिष्णुता रखे, मुद्दोंं को जाँँचे और परखे, एक तराजू सच्चाई का आओ समस्याओंं... Hindi · कविता 398 Share Sarita Pandey 9 May 2018 · 1 min read "वो तुम ही थी ना सखी!" बस खड़ी थी मैंं तो , बस यूँँ ही, उस दिन अकेली उस राह पर, किसी ने आकर ,हल्के से मुस्कुराकर आँँखोंं से मित्रता का दिया निमंंत्रण ,वो तुम ही... Hindi · कविता 369 Share Sarita Pandey 28 Apr 2018 · 1 min read "मौत" मौत तो कहते है एक सच्चाई है, "मौत" को देख ज़िदगीं घबराई है। जब यह आती है किसी को नही भाती है, "मौत" की यह एक कड़वी सच्चाई है। यह... Hindi · कविता 269 Share Sarita Pandey 25 Apr 2018 · 1 min read "अपराधबोध" अपराधबोध" जैसी स्थिती हमारे जीवन में कभी ना कभी उत्पन्न हो ही जाती है ।कभी हालात, कभी मनुष्य,या कभी कोई पशु या पक्षी को लेकर। आज मेरे मन में भी... Hindi · कविता 549 Share Sarita Pandey 24 Apr 2018 · 1 min read "क्यों ना थोड़ा सा हँस ले!" रोते हुए पैदा होता है हर इंसा रोते हुए निकल जाती है सारी ज़िन्दगानी, तो क्या हुआ यारो, आओं,आज थोड़ा-सा हँस लेते है। बचपन गुज़रता रोते हुए दुध-खिलौनों के लिए,... Hindi · कविता 436 Share Sarita Pandey 14 Apr 2018 · 1 min read कठुआ की परी देखो आज फिर से हवाओं में मचा कोलाहल, मानवता को "मानवरुपी पशु" ने किया हलाहल। किस की पीठ थपथपाऊँ, किस टीले चढ़ नारा लगाऊँ किसको मैं धैर्य बधाऊँ, किसका लहू... Hindi · कविता 263 Share Sarita Pandey 14 Apr 2018 · 1 min read ये नयन जब भी ये नयन मुख की भाषा बोल जाते है , बिन कहे कितने ही अनगिनत बोल, वे बोल जाते है। अधरों में कोई स्पंदन नही,कोई कंपन नही, पर ये... Hindi · कविता 460 Share Sarita Pandey 12 Apr 2018 · 1 min read "मेरी वेदना" असर्मथ हूँ आज मैं अपनी वेदना कह पाने में, कैसे समझूँ मूक और मौन की भाषा, इंसान हूँ शब्द और हाव-भाव ही पहचान पाती हूँ, तेरी तकलीफ, तेरा दर्द और... Hindi · कविता 690 Share Sarita Pandey 7 Apr 2018 · 1 min read सुनो सखी !! सुनो सखी एक बात सुनाऊँ, ध्यान लगाकर सुनना, जरा कान लगाकर सुनना। धमनियों में अब कहाँ यहाँ रक्त बहता है, भष्ट्राचार हर एक नस-नस में पलता है, आरक्षण भी अब... Hindi · कविता 393 Share Sarita Pandey 3 Apr 2018 · 1 min read "चल मन चल" चल मन चल हिमालय की सैर कर आएँँ अपने दुखोंं को , अपने तनावोंं को , और निगौड़ी,अपनी समस्याओंं को , हिमालय के शिखर पर ही कहींं छोड आएँँ ,चल... Hindi · कविता 251 Share Sarita Pandey 31 Mar 2018 · 1 min read "देखो ये बचपन" कितना बेफिकरा है "देखो ये बचपन" अगल-बगल मेंं क्या घटता ,क्या बढ़ता मुझको क्या लेना-देना कहता है ,देखो ये बचपन। जब मर्जी सो जाऊँँ ,जब मर्जी उठ जाऊँँ समय की... Hindi · कविता 1 1 253 Share Sarita Pandey 27 Mar 2018 · 1 min read "वह पगली" पता नही कहाँँ से आई थी "वह पगली", सबकी आँँखोंं को बड़ी ही भायी थी "वह पगली"। बडी अजीब थी, मलिन चेहरा ,मरियल सी देह, कांंतिविहिन काया की धनी थी... Hindi · कविता 294 Share