Sangita Kumari 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sangita Kumari 5 Oct 2021 · 1 min read आह मन में अतीत के अनुभव से मन है इस कदर डरा , कि भविष्य की खुशी से भी डरने लगी। वर्तमान खुशी पर विश्वास नहीं कि कब खो जाए खुशी में जीना... Hindi · मुक्तक 3 4 224 Share Sangita Kumari 4 Oct 2021 · 1 min read मेरी खामोशियों के नज़्म ख़ामोश रहती हूं फिर भी मैं नज़्म लिखती हूं अनकही बातें भी सब की बखूबी मैं समझती हूं ख़ामोश रहती हूं फिर भी मैं नज़्म लिखती हूंं।। कभी चित्त कहता... Hindi · कविता 6 6 514 Share Sangita Kumari 4 Oct 2021 · 1 min read बचपन याद आती है वह बचपन , जो था अपनों का आंगन जब थे साथ आप , क्या थी यह जीवन कितना खुश था यह उपवन याद आती है वह बचपन।।... Hindi · कविता 5 14 636 Share