Sangeeta Beniwal Tag: वक्त और रिश्ते 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sangeeta Beniwal 7 Feb 2024 · 1 min read वेला वेला शाम….। जैसे कोई नदी खुश नसीबी सी जैसे….। बावरी चाहत का झोंका भीगा भीगा सा डूबता तिरता..सा… सुबह तक रहे न रहे। रात ……। जैसे कोई खूमारी सुकूनी कोठारी... Poetry Writing Challenge-2 · Poem · Quotation · वक्त और रिश्ते · समय 1 176 Share Sangeeta Beniwal 6 Feb 2024 · 1 min read (वक्त) गुजार दिया जो वक्त नादानियों में वो कमाल था जब से, जरा से समझदार हुए ताबेदार हुए वक्त काटे नहीं कटता दुख बांटे नहीं बंटता संगीता बैनीवाल Poetry Writing Challenge-2 · जिंदगी · दुख · वक्त और रिश्ते · वक्त करवट बदलेगा · समझदार 1 150 Share