Sandeep Singh Chouhan "Shafaq" Tag: शफ़क़नामा 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Sandeep Singh Chouhan "Shafaq" 22 Oct 2022 · 1 min read ग़ज़ल "दिवाली" हर किसी का घर हो रौशन इस दिवाली कोई सूना हो न आँगन इस दिवाली इस दिवाली कोई भूखा भी न सोए सब की थाली में हो भोजन इस दिवाली... Hindi · Ghazal · Sandeep Singh Chouhan Shafaq · Shafaq · ग़ज़ल · शफ़क़नामा 198 Share