Sandeep Thakur Tag: शेर 20 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sandeep Thakur 8 Dec 2024 · 1 min read हर मोड़ पे उन का हमारा सामना होने लगा - संदीप ठाकुर हर मोड़ पे उन का हमारा सामना होने लगा अब रोज़ ही ये ख़ूबसूरत हादसा होने लगा हर इक अदा अंदाज़ में ऐसी कशिश है आप में जो भी मिला... Hindi · Quote Writer · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · शेर 1 353 Share Sandeep Thakur 30 Nov 2024 · 1 min read देखूँ तो वो सामने बैठा हुआ है - संदीप ठाकुर देखूँ तो वो सामने बैठा हुआ है सोचूँ तो इक मीलों लम्बा फ़ासला है नाम तन्हाई ने तेरा लिख दिया है हर कोई चेहरे को मेरे पढ़ रहा है छू... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · शेर · संदीप ठाकुर शायरी 4 1 161 Share Sandeep Thakur 15 Nov 2024 · 1 min read आंख हो बंद तो वो अपना है - संदीप ठाकुर आंख हो बंद तो वो अपना है आंख खुल जाए तो वो सपना है वो मिले या नहीं मिले हमको उम्र भर उसका नाम जपना है संदीप ठाकुर Hindi · Quote Writer · Sandeep Thakur Shayari · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक · शेर 3 1 334 Share Sandeep Thakur 26 Oct 2024 · 1 min read ग़म-ख़ुशी सब परख के चुप था वो- संदीप ठाकुर ग़म-ख़ुशी सब परख के चुप था वो ज़िंदगी तुझको चख के चुप था वो लोग तारे दिखा रहे थे पर जेब में चाँद रख के चुप था वो संदीप ठाकुर Hindi · Sandeep Thakur Shayari · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक · शेर 3 1 286 Share Sandeep Thakur 13 Oct 2024 · 1 min read दो दिलों में तनातनी क्यों है - संदीप ठाकुर दो दिलों में तनातनी क्यों है प्यार के बीच दुश्मनी क्यों है बंद है बातचीत तक सोचो सूरते हाल ये बनी क्यों है क्यों ख़ला से परे भी हैं किरनें... Hindi · Quote Writer · Sandeep Thakur Shayari · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · शेर 233 Share Sandeep Thakur 12 Oct 2024 · 1 min read दरिया की लहरें खुल के - संदीप ठाकुर दरिया की लहरें खुल के आज गले लगती पुल के सूरज भी बन सकते हैं सारे जुगनू मिल-जुल के शाम उतर आई आख़िर आज बगा़वत पे खुल के बारिश में... Hindi · Quote Writer · Sandeep Thakur Shayari · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · शेर 236 Share Sandeep Thakur 6 Oct 2024 · 1 min read प्यार में लेकिन मैं पागल भी नहीं हूं - संदीप ठाकुर भूला तो तुझको मैं इक पल भी नहीं हूं याद से लेकिन मैं बोझल भी नहीं हूं माना तेरे बिन मुकम्मल भी नहीं हूं प्यार में लेकिन मैं पागल भी... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · प्यार में लेकिन मैं पागल भी नह · शेर · संदीप ठाकुर शायरी 1 243 Share Sandeep Thakur 3 Oct 2024 · 1 min read दरिया की तह में ठिकाना चाहती है - संदीप ठाकुर दरिया की तह में ठिकाना चाहती है कश्ती तो बस आशियाना चाहती है लेट आकर गिफ़्ट लाई हैं घड़ी तू वक़्त की क़ीमत चुकाना चाहती है इससे पहले पेड़ उसको... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · दरिया की तह में ठिकाना चाहती ह · शेर · संदीप ठाकुर शायरी 6 2 390 Share Sandeep Thakur 28 Sep 2024 · 1 min read झूठ है सब ज़हीन धोका है - संदीप ठाकुर झूठ है सब ज़हीन धोका है इस नज़र का यक़ीन धोका है टूट जाएगा दिल तो समझोगे ये मुहब्बत हसीन धोका है संदीप ठाकुर Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक · शेर · संदीप ठाकुर शायरी 234 Share Sandeep Thakur 25 Sep 2024 · 1 min read जाम सिगरेट कश और बस - संदीप ठाकुर जाम सिगरेट कश और बस कुछ धुआँ आख़िरश और बस मौत तक ज़िंदगी का सफ़र रात-दिन कश्मकश और बस पी गया पेड़ आँधी मगर गिर पड़ा खा के ग़श और... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · जाम सिगरेट कश और बस · शेर · सिगरेट शायरी 2 1 316 Share Sandeep Thakur 20 Sep 2024 · 1 min read उस की आँखें ग़ज़ालों सी थीं - संदीप ठाकुर उस की आँखें ग़ज़ालों सी थीं मेरे ख़्वाबों ख़यालों सी थीं उस की बातों से घर भर गया उस की बातें उजालों सी थीं राह तकती हुई शाम की चंद... Hindi · उस की आँखें ग़ज़ालों सी थीं · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · शेर · संदीप ठाकुर शायरी 3 234 Share Sandeep Thakur 17 Sep 2024 · 1 min read आंख से मत कुरेद तस्वीरें - संदीप ठाकुर आंख से मत कुरेद तस्वीरें खोल देती हैं भेद तस्वीरें दास्तां रंगों की समेटे हैं धुंधली काली-सफेद तस्वीरें संदीप ठाकुर Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक · शेर · संदीप ठाकुर शायरी 166 Share Sandeep Thakur 16 Sep 2024 · 1 min read छोड़ तो आये गांव इक दम सब-संदीप ठाकुर छोड़ तो आये गांव इक दम सब पर जड़ें अपनी भूले कब हम सब फूलते हैं किवाड़ बारिश में कट के भी पेड़ में हैं मौसम सब संदीप ठाकुर Hindi · कविता · ग़ज़ल · मुक्तक · शेर · संदीप ठाकुर शायरी 227 Share Sandeep Thakur 12 Sep 2024 · 1 min read इबारत जो उदासी ने लिखी है-संदीप ठाकुर इबारत जो उदासी ने लिखी है बदन उस का ग़ज़ल सा रेशमी है परिंदा उड़ गया लेकिन क़फ़स में उदासी हर तरफ़ बिखरी पड़ी है किसी की पास आती आहटों... Hindi · Udasi By Sandeep Thakur · उदासी शायरी · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · शेर 1 362 Share Sandeep Thakur 1 Sep 2024 · 1 min read ख़ुद से अपना हाथ छुड़ा कर - संदीप ठाकुर ख़ुद से अपना हाथ छुड़ा कर चलना मुश्किल हो जाता है रेत लहर को पी जाती है दरिया साहिल हो जाता है बा'द तुम्हारे ये ही मौसम कितना बोझल हो... Hindi · कविता · ख़ुद से अपना हाथ छुड़ा कर · ग़ज़ल/गीतिका · शेर · संदीप ठाकुर शायरी 1 1 220 Share Sandeep Thakur 9 Jul 2024 · 1 min read बिन तिरे इक कमी रही बरसों - संदीप ठाकुर बिन तिरे इक कमी रही बरसों दुनिया वीरान सी रही बरसों चाँद बस एक पल रुका लेकिन मेरे घर चाँदनी रही बरसों अश्क छलके नहीं कभी लेकिन आँख में कुछ... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · शेर · संदीप ठाकुर शायरी 215 Share Sandeep Thakur 5 Jul 2024 · 1 min read शेर-शायरी आ के नज़दीक मुँह न फेर ग़ज़ल पास आ बैठ थोड़ी देर ग़ज़ल सब तेरे नूर से चमकते हैं लफ्ज़ मिसरे ख़याल शेर ग़ज़ल संदीप ठाकुर Hindi · Sandeep Thakur Shayari · ग़ज़ल शायरी · नूर शायरी · शेर · संदीप ठाकुर शायरी 275 Share Sandeep Thakur 24 Jun 2024 · 1 min read सड़ रही है उदासी तनहाई-संदीप ठाकुर सड़ रही है उदासी तनहाई शाम ताज़ा घुटन नहीं लाई फिर नए ज़ख़्म ले के याद तिरी आने वाली थी पर नहीं आई संदीप ठाकुर Hindi · Quote Writer · कविता · मुक्तक · शेर · संदीप ठाकुर शायरी 244 Share Sandeep Thakur 14 Jun 2024 · 1 min read इश्क़ से अपने कुछ चुने लम्हें इश्क़ से अपने कुछ चुने लम्हें अनकहे और अनसुने लम्हें आओ मिलकर जियें दुबारा से सर्द रातों के गुनगुने लम्हें संदीप ठाकुर Hindi · कविता · ग़ज़ल · मुक्तक · शेर · संदीप ठाकुर शायरी 243 Share Sandeep Thakur 26 Jan 2024 · 1 min read ग़ज़ल - कह न पाया आदतन तो और कुछ - संदीप ठाकुर कह न पाया आदतन तो और कुछ चाहता था पर ये मन तो और कुछ बस गले लग कर अलग हो ही गये चाहते थे तन-बदन तो और कुछ छोड़ते... Hindi · कविता · कह न पाया आदतन तो और कुछ · ग़ज़ल · शेर · संदीप ठाकुर शायरी 578 Share