SAGAR Tag: मुक्तक 10 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid SAGAR 20 Apr 2020 · 1 min read रास नहीं आता हमें क्या कहें कहना भी कुछ खास नहीं आता हमें बस तेरी बात का विश्वास नहीं आता हमें थोड़ी नफ़रत बचा कर रखना हमारे खातिर नर्म लहजा तेरा अब रास नहीं... Hindi · मुक्तक 2 289 Share SAGAR 1 Apr 2020 · 1 min read ठिकाने से रहा बच गया वो जो ठिकाने से रहा दूर कुछ दिन इस ज़माने से रहा लग गई जो तस्वीर जो दीवार पर ज़िंदगी में फिर तो आने से रहा Hindi · मुक्तक 1 227 Share SAGAR 1 Apr 2020 · 1 min read ठिकाने से रहा बच गया वो जो ठिकाने से रहा दूर कुछ दिन इस ज़माने से रहा लग गई जो तस्वीर जो दीवार पर ज़िंदगी में फिर तो आने से रहा Hindi · मुक्तक 1 498 Share SAGAR 11 Oct 2019 · 1 min read वो परिंदे थे ये दौर भी मुसलसल जाना ही था । तहरीर नसीबो का निभाना ही था ।। हम दरख़्त से थे इंतजार में फ़क़त । वो परिंदे थे उन्हें जाना ही था... Hindi · मुक्तक 1 421 Share SAGAR 11 Oct 2019 · 1 min read गहरा और नीला समंदर इस धरती से मिलता वो अम्बर देख। ये गहरा और नीला समंदर देख।। अब भी कुछ समझना बाकी रहा अगर। खुद से मिल आईने के अंदर देख।। Hindi · मुक्तक 1 1 240 Share SAGAR 4 Jul 2019 · 1 min read दीया वो हवाओं से भी मुझे बचाता है । वो दुआओं में भी मुझे जलाता है ।। मैं भी दीया हूँ मेरा काम है जलना । तभी वो अँधेरे में देख... Hindi · मुक्तक 1 339 Share SAGAR 1 Jul 2019 · 1 min read जुनून जुनून बन गई थी जब से मुहब्बत लाज़मी था उसका छोड़ के जाना Hindi · मुक्तक 1 502 Share SAGAR 1 Jul 2019 · 1 min read गुनाह हो गया किसी को चाहना जैसे गुनाह हो गया। पतंगा भी फूलों पर फना हो गया।। जिनके वादे थे संग जीने मरने के। उनका अपना अलग कैसे जहां हो गया।। सागर Hindi · मुक्तक 1 216 Share SAGAR 30 Jun 2019 · 1 min read कुछ पल थे राही बनकर आए खुशियों के कुछ पल थे। वापस लौट गए वो जो आए कुछ पल थे।। मुसाफिर थे वो अब कहां रुकने वाले थे। इंतजार बहुत रहा मगर रुके... Hindi · मुक्तक 1 369 Share SAGAR 30 Jun 2019 · 1 min read खुद को आजमाया है अपनी बर्बादी पर भी जश्न मनाया है। वो चाहते थे जितना खुद को गिराया है।। वहम न रह जाए दिल में तेरा होने का। तेरी नफरतों से खुद को आजमाया... Hindi · मुक्तक 1 510 Share