पं.संजीव शुक्ल 'सचिन' Tag: घनाक्षरी 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid पं.संजीव शुक्ल 'सचिन' 9 Jul 2021 · 1 min read आजु के जमाना बर औ कनिया नाचे, बात सुनी सांचे - सांचे, लाज हाया माटी मिले, चूल्हिये जोरात बा। भवे सङ्गे भसुर खास, ससुई न आवे रास, लाज के जनाजा उठल, चीता में... Bhojpuri · घनाक्षरी 1 345 Share