Sachin Singh Rajput Tag: ग़ज़ल/गीतिका 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Sachin Singh Rajput 19 Sep 2021 · 1 min read इंतज़ार अब तुम लौट भी आओ तुम्हारा इंतज़ार हो रहा है... न जाने कितने दिनों से जख्मों से कारोबार हो रहा है.... हसरतें रोज बढ़ रही है कब से तुम्हारा साथ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 233 Share