Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' Tag: ग़ज़ल/गीतिका 27 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 22 Mar 2018 · 1 min read मान रख आना पड़ा मुझको तेरी मनुहार पर. छंद- गीतिका मापनी- 2122 2122 2122 212 समांत- आर पदांत- पर मान रख आना पड़ा मुझको ते’री मनुहार पर. हैं समर्पित गीतिका मेरी ते’रे शृंगार पर. शोभते मणिबंध, कंकण, उर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 387 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 21 Mar 2018 · 1 min read छोटी छोटी खुशियाँ ले कर आएगी कविता (आज विश्व कविता दिवस की सभी साहित्यकार बंधुओं को शुभकामनायें) छंद- विष्णुपद (सम मात्रिक) शिल्प विधान- 16,10 अंत गुरु से. पदांत- कविता समांत- आएगी छोटी-छोटी खुशियाँ ले कर, आएगी कविता.... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 349 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 7 Feb 2018 · 1 min read सरहद पर ख़ुशियाँ उतरें अब डोली में भर दो खुशियाँ इक गरीब की झोली में. खेलो कभी-कभी बच्चों की टोली में, छोटी-छोटी खुशी मिलेगी तुमको ज्यों, ढूँढ़ें बच्चे खुशियाँ आँख-मिचोली में. किसको मिली खुशी है झगड़ों-टंटों से,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 586 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 7 Feb 2018 · 1 min read चुप रह कर सहते है देखी चुप रह कर सहते है देखी, तटबंधों की पीर. सहमी आँखों में है देखी, सम्बंधों की पीर. झूठा-सच्चा जब-जब देखा, मौन रहे मन मार, घर की दीवारों में देखी, प्रतिबंधों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 441 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 7 Feb 2018 · 1 min read उम्र हाथों से' मेरे फिसलती रही मापनी- 212 212 212 212 रात, दिन, दोपहर, शाम ढलती रही. ज़िंदगी रोज़ करवट बदलती रही. साल दर साल मौसम भी आए गए, उम्र हाथों से' मेरे फिसलती रही. वक्त... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 312 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 7 Feb 2018 · 1 min read प्यार करना अगर है मापनी- 212 212 212 212 प्यार करना अगर है जिगर चाहिए. पार करना हो' दरिया हुनर चाहिए. हौसले ही न काफ़ी हैं' इस राह में, ज़िंदगी को ख़ुदा की महर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 297 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 24 Oct 2017 · 1 min read वफ़ा करना, न कर पाओ तो' मत आना छंद- सिंधु मापनी- 1222 1222 1222 चले जाना अभी आए अभी जाना. तुम्हे जी भर के’ भी देखा नहीं जाना*. जरा ढलने तो' दो दिन चाँद उगने दो, ज़माना जान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 670 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 22 Oct 2017 · 1 min read ज्योत से ज्योत जली, हुए तम दूर घने. आधार छन्द- मंगलवत्थु [मापनी मुक्त] शिल्प विधान- 22 मात्रायें(11, 11) यति के पूर्व व बाद में त्रिकल, अंत 2 गुरुओं से (वाचिक) पदांत- दूर घने समांत- अम ज्योत से ज्योत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 325 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 10 Oct 2017 · 1 min read नारी का अपमान न हो, वो सुहाग बना पदांत- बना समांत- आग जीवन का उत्कर्ष, प्रेम और त्याग बना. सर्वधर्म समभाव सब से, अनुराग बना. मोह, माया, मत्सर से, नहिं हो, तू प्रेरित, जीवन बहु-सुखाय, बहु-हिताय, प्रयाग बना.... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 528 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 3 Oct 2017 · 1 min read समंदर अभी तक भी हारा नहीं है छंद- वाचिक भुजंगप्रयात मापनी- 122 122 122 122 पदांत- नहीं है समांत- आरा समंदर अभी तक, भी’ हारा नहीं है. उसे चाँद से कम, गवारा नहीं है. रही उसकी’ चाहत,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 284 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 2 Oct 2017 · 1 min read बापू की राह अहिंसा की छंद-द्विगुणित पदपादाकुलक (राधेश्यामी) चौपाई विधान- 16,16 आदि गुरु एवं अंत दो गुरु, द्विकल से आरंभ हो तो बाद में दो त्रिकल या दो चौकल हों तो अच्छा. पदांत- हैं समांत-... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 602 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 1 Oct 2017 · 1 min read हो राम सीताराम तुम... छंद- हरिगीतिका मापनी- 2212 2212 2212 2212 पदांत- तुम समांत- आम हो राम, सीताराम तुम, हो कृष्ण, राधेश्याम तुम. दशरथ सुनंदन राम तुम, वसुदेव के घनश्याम तुम. अग्रज लखन के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 516 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 27 Sep 2017 · 1 min read सजे माँ का दरबार नवरात भी छंद-शक्ति मापनी- 122 122 122 12 पदांत- भी समांत- आत सजे माँ का' दरबार नवरात भी. चढ़े माँ का' चोला व बारात भी. करें आरती रोज हो जागरण, सजे फूल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 424 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 17 Sep 2017 · 1 min read मन की अभिलाषा (हिंदी पखवाड़े में हिंदी पर रचनायें) छंद- चौपाई की अर्द्धाली मात्रा भार- 16 हिन्दी बने विश्व की भाषा स्वाभिमान की है परिभाषा। गंगा जमनी जहाँ सभ्यता, पल कर बड़ी हुई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 397 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 17 Sep 2017 · 1 min read हिन्दी भाषा की बने, ऐसी अब पहचान (हिंदी पखवाड़े में हिंदी पर रचनायें) आधार छंद- दोहा मात्रिक भार- 13, 11 (24). हिन्दी भाषा की बने, ऐसी अब पहचान। मेहनत से जैसे बने, कोई जब धनवान। हिन्दी को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 294 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 17 Sep 2017 · 1 min read शीघ्र फरमान हो (हिन्दी पखवाड़े पर हिंन्दी पर रचनायें) आधार छंद- वाचिक स्त्रग्विणी मापनी--212 212 212 212 पदांत- हो समांत- आन राष्ट्र भाषा बने, राष्ट्र का मान हो. गर्व से सिर तने, विश्व... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 511 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 17 Sep 2017 · 1 min read यह चमत्कार दिखलाओ (हिन्दी पखवाड़े में हिंदी पर रचनायें ) छंद- कुकुभ (16//14 अर्द्ध सममात्रिक) विधान- (अंत 2 गुरुओं से अनिवार्य-112 या 211 नहीं) पदांत- नया दिखलाओ समांत- आर हे मात शारदे हिंदी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 486 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 17 Apr 2017 · 1 min read मौन रहेंगे विधा - गीतिका छंद- रोला (सम मात्रिक) मापनी 11 // 13 चरणांत में गुरु/वाचिक 443 या 3323 // 32332 या 3244 पदांत- मौन रहेंगे समांत- एँगे जीवन है विषकूट, पियेंगे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 450 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 17 Apr 2017 · 1 min read नारी का मत कर अपमान (गीतिका) छंद- आल्ह [विधान - चौपाई अर्धाली (16) + चौपई (15) मात्रा संयोजन- 16 // 15] नारी ***** घर की यह आधारशिला है, नारी का मत कर अपमान. इससे घर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 663 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 1 Feb 2017 · 1 min read भारत माता (कुकुभ छंद) पदांत- धरती है भारत माता, समांत- आनों की। अर्द्ध मात्रिक छंद 2222 2222 // 2222 222 (16-14) (अंत में दो लघु के बाद दो गुरु अनिवार्य, अंतरा विधा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 413 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 1 Feb 2017 · 1 min read बसंत पदांत- हुआ वसंती समांत- अन जाने को है शरद, माघ का सावन हुआ वसंती रुत बसंत की भोर, आज मनभावन हुआ वसंती बौर खिले पेड़ों पर, लहराई गेहूँ की बाली,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 613 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 28 Jan 2017 · 1 min read गणतंत्र गीतिका ****** पदांत- का गणतंत्र समांत- अत्व आओ मनाएँ स्वतंत्रता-अपनत्व का गणतंत्र. आओ-मनाएँ, सहभागिता-समत्व का गणतंत्र. दिखलाई दे उत्सव, पर्व, त्योहार पर बंधुत्व, आओ मनाएँ कृतज्ञता-सिद्धत्व का गणतंत्र. न हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 443 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 27 Jan 2017 · 1 min read कर्मनिष्ठ बनना होगा गीतिका (लावणी छंद) कर्म पथिक जो होना है तो, कर्मनिष्ठ बनना होगा। सत्यजीत जो होना है तो, सत्यनिष्ठ बनना होगा। कंटकीर्ण होती हैं राहें, दिखे दूर गंतव्य बहुत, कुछ विशिष्ठ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 464 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 27 Jan 2017 · 1 min read वतन फूले फले हरिगीतिका छंद गीत मापनी 221 2221 2221 2221 2 जो पर्वतों की तरह रह कर अटल सरहद पर चले. उन को डिगा सकते नहीं तूफान हों या जलजले. रखते जिगर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 447 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 27 Jan 2017 · 1 min read कहीं तुम खूँ बहाना मत (विधाता छंद) मापनी 1222 1222 1222 1222 पदांत- मत समांत- आना कभी टूटे हुए दरपन, से’ घर को तुम सजाना मत. कभी टूटे हुए तारों, से’ सब को तुम मिलाना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 512 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 27 Jan 2017 · 1 min read देख सको तो देखो गीतिका (छंद- ‘सार’) मात्रिक भार - 16-12 पदांत- देख सको तो देखो समांत- अत रुके हुए पानी की हालत, देख सको तो देखो. बेघर बेचारों की आफत, देख सको तो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 475 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 14 Sep 2016 · 1 min read हिन्दी (दोहा-ग़़ज़ल) आज हिन्दी दिवस है। इस अवसर पर हिन्दी-उर्दू एकता के लिए हमारी गंगो-जमन तहज़ीब की तरह हिन्दी-उर्दू अदबियत को समर्पित मेरी ताज़ा दोहा-ग़ज़ल- ****************************************** हिन्दी भाषा की बने, ऐसी अब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 298 Share