रुपेश कुमार Tag: मुक्तक 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid रुपेश कुमार 30 Mar 2018 · 1 min read ~~~~श्रीदेवी की यादें मेरी ल्महे~~~~ खिले फूलो में तुम्हे श्रीदेवी जी , आपको उपवन की तरह देखा हैं , बरसी बदली में तुम्हे चांदनी जी , सावन की तरह देखा अंजू जी हैं , सजे... Hindi · मुक्तक 465 Share रुपेश कुमार 28 Mar 2018 · 1 min read जिंदगी जिंदगी की राहों में , दोस्ती का महफिल मिलता है , तुम मिलो या ना मिलो , रास्ते हजार मिलते है ! जिंदगी एक टूटी हुई चिंगारी हैं , जिसमें... Hindi · मुक्तक 467 Share