Ravi Singh Bharati Tag: मुक्तक 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Ravi Singh Bharati 16 Sep 2021 · 1 min read तनहाई का मौसम भी शायद सुहाना लगता है तनहाई का मौसम भी शायद सुहाना लगता है मुहल्ले का हर करीबी लोग अंजाना लगता है मासूम चेहरे भी किसी की याद में गमगीन है मुझे तुम्हारी हर एक हरकत... Hindi · मुक्तक 1 448 Share