Rohit Sharma Tag: संस्मरण 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Rohit Sharma 13 Nov 2022 · 1 min read !! कविता-कामिनी !! !! कविता-कामिनी !! मुतासिर था खूब उसकी खूबसूरती से खूबियों की खान वो ख्वाबों में सदा हंसती मुस्कुराती खिलखिलाती थी आसमां में तारों की तरह टिमटिमाती थी संजोता था सपने... Hindi · अद्वैत · कविता · कामिनी · संस्मरण · स्नेह 182 Share