Satvinder Kumar Rana 'बाल' Tag: कविता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Satvinder Kumar Rana 'बाल' 16 Jan 2021 · 1 min read दोहे १. अनबन जस की तस रही, रखिये इतना याद। जब तक मिल औ बैठ कर, किया नहीं संवाद।। २. भोलेपन पर घात ला, बैठे कई शियार। भावुकता को जो भुना,... Hindi · कविता 1 279 Share