Ritesh Deo Language: Hindi 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Ritesh Deo 1 Jan 2025 · 1 min read नव वर्ष की सच्चाई...... अब तक तेरा मौसम नहीं बदला, शीत की बरसात ठहरी, नव उमंग में तेरा अक्स कहीं, वे पुरानी यादों में बसी रही। पिछली पहर की अंधेरी रात, अभी अपने घेरों... Hindi · कविता 1 20 Share